जयपुर/नई दिल्ली. राजस्थान में 20 जिलों के 90 निकायों में 3035 वार्ड में चुनाव हुए. 3034 के नतीजे जारी कर दिए गए हैं. भाजपा को 1140 वार्ड में जीत मिली है, वहीं कांग्रेस को 1197 वार्डों में जीत मिली हैं. निर्दलीय 634 सीटों पर जीते हैं. आश्चर्यजनक रूप से चुनाव में एनसीपी को 46 वार्डों में जीत मिली है.
हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी को 13, बीएसपी को एक, सीपीआईएम को 3 वार्डों में जीत मिली है. वहीं चुनाव परिणाम को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने संतोष जाहिर किया है. माकन ने ट्वीट में कहा कि राजस्थान से कांग्रेस के लिए अच्छी खबर है. माकन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को बधाई दी.
प्रदेश में सत्ताधारी दल कांग्रेस है. ऐसे में कांग्रेस के विधायकों की विधानसभा में आने वाली नगर पालिकाओं और नगर परिषदों में क्या नतीजे रहे, इस पर हर किसी की नजर थी. निकाय चुनाव में 7 मंत्री और 22 विधायक कांग्रेस के थे.
चुनाव परिणाम में 22 विधायकों में से कांग्रेस के 14 विधायक फेल हुए हैं. इनमें से भी 5 विधायक राकेश पारीक, गणेश घोघरा, रामनिवास गवड़िया, सुदर्शन सिंह और प्रशांत बेरवा पूरी तरीके से फेल हो गए हैं. क्योंकि, इनके यहां हुए निकाय चुनाव में भाजपा का बोर्ड बनेगा. निवाई में एनसीपी का बोर्ड बनता हुआ दिखाई दे रहा है.
इसी तरीके से 7 निकायों में कांग्रेस विधायकों को निर्दलीयों पर आश्रित रहना होगा. विधायक हरीश मीणा, हाकम अली, दीपेंद्र सिंह शेखावत, परसराम मोरदिया, मुकेश भाकर, डॉ. जितेंद्र, राजेंद्र गुढ़ा निर्दलीयों के सहारे हैं.
अगर निर्दलीय कांग्रेस के साथ आए, तो वहां कांग्रेस का बोर्ड बन सकता है. विधायक हरीश मीणा के एक निकाय में भाजपा का बोर्ड बना है. ऐसे में इनका रिजल्ट फेल ही माना जाएगा.
यह विधायक हुए पास...
ऐसा नहीं है कि कांग्रेस के सभी विधायक फेल हुए हैं या निर्दलीयों के सहारे हैं. कांग्रेस के 6 विधायक ऐसे भी हैं, जिन्होंने अपनी विधानसभा में आने वाली निकाय की सीटों पर कांग्रेस का पूर्ण बहुमत से बोर्ड बनवाया है. इनमें डेगाना से विजयपाल मिर्धा, सरदारशहर से भंवर लाल शर्मा, तारानगर से नरेंद्र बुडानिया, डेंगू से राजेंद्र बिधूड़ी, नोहर से अमित चाचान और मंडावा से रीटा चौधरी है.
कांग्रेस पार्टी के दो विधायक राजकुमार शर्मा और रामलाल मीणा ऐसे हैं, जिनका रिजल्ट 50-50 रहा है. जहां राजकुमार शर्मा ने नवलगढ़ नगर पालिका में कांग्रेस का बोर्ड बनवा दिया. मुकुंदगढ़ में वह निर्दलीयों के सहारे हैं. इसी तरीके से रामलाल मीणा ने छोटी सादड़ी नगरपालिका में कांग्रेस का बोर्ड बना दिया, लेकिन प्रतापगढ़ नगर परिषद में भाजपा का बोर्ड बनेगा ऐसे में इन दोनों विधायकों का रिजल्ट 50-50 माना जा सकता है.
1. प्रशांत बैरवा, विधायक फेल
निवाई नगर पालिका के 35 वार्डों में से कांग्रेस को 8 वार्डों में जीत मिली है. भाजपा को 9 वार्डों में जीत मिली है तो वहीं एनसीपी को 17 वार्डों में जीत मिली है. एक वार्ड में निर्दलीय ने जीत दर्ज की है, ऐसे में यहां एनसीपी का बोर्ड बनाता है.
2. हरीश मीणा, उनियारा में विधायक फेल, देवली में निर्दलीयों के सहारे
टोक के देवली उनियारा से विधायक हैं हरीश मीणा. इनकी विधानसभा में उनियारा नगरपालिका और देवली नगरपालिका आती है. उनियारा में कांग्रेस को हार मिली है तो देवली में निर्दलीयों के सहारे ही कांग्रेस बोर्ड बना सकती है.
उनियारा नगर पालिका में कुल 20 वार्ड हैं. जिनमें से 12 वार्ड में बीजेपी ने जीत दर्ज की है. कांग्रेस को महज 4 वार्ड में ही जीत नसीब हुई है. निर्दलीय भी 4 वार्ड में जीते हैं. ऐसे में विधायक होने के बावजूद हरीश मीणा अपनी विधानसभा की नगर पालिका में जीत नहीं दिला सके.
देवली नगर पालिका 25 वार्ड में से कांग्रेस और निर्दलीयों को 10- 10 वार्डो में जीत मिली है. जबकि, भाजपा को 5 वार्डों में जीत से संतोष करना पड़ा है. ऐसे में यहां कांग्रेस निर्दलीयों के सहयोग से बोर्ड बनाने की स्थिति में है.
3. सुदर्शन सिंह रावत, विधायक फेल
देवगढ़ नगर पालिका के 25 वार्ड में से 14 वार्ड भाजपा ने जीते हैं. कांग्रेस को विधायक होने के बावजूद केवल 11 वार्डों से संतोष करना पड़ा है.
4. हाकम अली, निर्दलीयों के सहारे
फतेहपुर नगर पालिका में कुल 55 वार्ड हैं. इनमें से 25 वार्डों में कांग्रेस प्रत्याशी जीते हैं. भाजपा के प्रत्याशी 17 वार्ड पर जीते हैं. यहां बोर्ड किसका बनेगा, यह निर्दलीय प्रत्याशी तय करेंगे.
रामगढ़ शेखावटी नगर पालिका से कुल 35 वार्डों में से बीजेपी को 13 तो कांग्रेस को 14 वार्ड में जीत मिली है. यहां बोर्ड निर्दलीयों के सहारे बनेगा, जिन्होंने 8 वार्डों में जीत दर्ज की है.
5. दीपेंद्र सिंह शेखावत, निर्दलीयों से उम्मीद
श्रीमाधोपुर नगर पालिका में कुल 35 वार्ड हैं. इनमें से सर्वाधिक 13 वार्ड कांग्रेस ने जीते हैं. भाजपा के खाते में 12 वार्ड गए हैं. अब श्रीमाधोपुर नगर पालिका में किसका कब्जा होगा, यह 10 निर्दलीय प्रत्याशी तय करेंगे, जिन्होंने इन चुनाव में जीत दर्ज की है.
6. परसराम मोरदिया, निर्दलीयों से उम्मीद
लोसल नगर पालिका 35 वार्ड में से सर्वाधिक 16 वार्ड में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. दूसरे नंबर पर निर्दलीय हैं जिन्होंने 11 वार्ड पर जीत दर्ज की है. भाजपा के खाते में केवल 8 वार्ड आए हैं. यहां किसका बोर्ड बनेगा, यह निर्दलीयों पर निर्भर करेगा.
7. मुकेश भाकर, निर्दलीयों के सहारे
लाडनू नगर पालिका में कुल 45 वार्ड है. इनमें से सर्वाधिक 17 वार्ड कांग्रेस पार्टी ने जीते हैं. भाजपा के खाते में 13 वार्ड गए हैं. यहां बोर्ड 15 निर्दलीय प्रत्याशी तय करेंगे.
8. रामनिवास गावड़िया, विधायक फेल
परबतसर नगर पालिका में कांग्रेस विधायक रामनिवास गावड़िया फेल हो गए हैं. यहां 25 वार्ड में से 14 वार्डों में जीत दर्ज करते हुए भाजपा ने अपना बोर्ड बनना तय किया है. यहां कांग्रेस को 7 और निर्दलीयों को 4 वार्ड में जीत मिली है.
9. विजयपाल मिर्धा, विधायक पास