जयपुर. राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट राजस्थान में पिछली भाजपा सरकार के दौरान भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव बनाने के लिए एक दिन का अनशन कर रहे हैं. इस कदम को साल के अंत में होने वाले चुनावों से पहले नेतृत्व के मुद्दे को हल करने के लिए पार्टी आलाकमान पर दबाव बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. वहीं, सचिन पायलट को कांग्रेस नेताओं समेत विपक्ष के भी कई नेताओं का समर्थन मिल रहा है. जिसमें हनुमान बेनीवाल से लेकर आप नेता विनय मिश्रा तक शामिल हैं
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी विनय मिश्रा ने सचिन पायलट का समर्थन किया हैं. उन्होंने प्रदेश की जनता से सचिन का साथ देने की अपील की. विनय मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा- सबसे भ्रष्ट और निकम्मी सरकार राजस्थान की कांग्रेस सरकार है. इतनी भ्रष्ट की इनके अपने ही सरकार का एक बेहद ही पढ़ा लिखा युवा नेता सचिन पायलट आज भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन पर बैठे हैं. सोचिए उनकी ही सरकार ने उन्हे कितना मजबूर किया होगा अनशन करने को. अब राजस्थान को विकल्प चाहिए.
विनय मिश्रा ने आरोप लगाते हुए एक और ट्वीट किया और लिखा- राजस्थान में वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत का अटूट गठबंधन है. आज अगर राजस्थान को किसी ने लूटा है, तो वो वसुंधरा और अशोक गहलोत का अटूट गठबंधन है. आप नेता ने कहा कि यही बड़ी वजह है कि प्रदेश में देश में सबसे ज्यादा कर्जा सरकार पर है. उन्होंने बताया कि राजस्थान पर करीब 5 लाख करोड रुपए का ऋण है.
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने भी सचिन पायलट का समर्थन किया. उन्होंने पायलट से अपील करते हुए कहा, वह आज अनशन के बाद कांग्रेस पार्टी छोड़ने का ऐलान करें और अपनी खुद की पार्टी बनाकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ गठबंधन कर तीसरा मोर्चा बनाएं. बेनीवाल ने कहा कि अगर पायलट, आरएलपी, बसपा और ट्राइबल पार्टी साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस से उब चुका किसान और जवान जो बदलाव चाहता है वह तीसरे मोर्चे को जिताएगा. लेकिन इसके लिए सचिन पायलट को अनशन के बाद पार्टी छोड़ने का ऐलान करने के बाद राज्य के दौरे पर निकलना होगा.
छत्तीसगढ़ के दिग्गज कांग्रेस नेता और मंत्री टीएस सिंह देव ने भी सचिन पायलट का समर्थन किया है. उन्होंने समाचार एजेंसी ANI को दिए बयान में कहा कि यह अनशन भारतीय जनता पार्टी की पूर्व वसुंधरा सरकार के खिलाफ एक आवाज है. टीएस सिंह देव ने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि चुनाव के वक्त जनता से जुड़े सवालों के जवाब की वजह से पायलट ने ऐसा कदम उठाए हैं. सिंह ने यह भी कहा कि वसुंधरा सरकार में बहुत भ्रष्टाचार हुआ था और उसकी जांच नहीं करवाई गई. छत्तीसगढ़ के इस कांग्रेस नेता ने कहा कि वे सचिन पायलट के कदम को कांग्रेस विरोधी होने की बजाय विपक्षी दल के भ्रष्टाचार के विरोध में देखते हैं.