भोपाल :एक ओर जहां प्रदेश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, वहीं दूसरी और आरोप-प्रत्यारोप का खेल चल रहा है. इस महामारी में भी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान में जुबानी जंग छिड़ी हुई है.
इसी कड़ी में शुक्रवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कमलनाथ भारत के नागरिक कहलाने के लायक नहीं है.
शिवराज ने कहा कि कमलनाथ भारत के नागरिक कहलाने के लायक नहीं हैं. 'भारत बदनाम' वाले बयान पर साधा निशाना
बता दें कि गत दिनों कोरोना वायरस के बढ़ते केसों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि 'भारत महान नहीं, भारत बदनाम है.' कमनाथ के इस बयान की भाजपा सरकार ने खूब निंदा की.
दरअसल, कमलनाथ ने यह बयान विदेशों में भारत के कोरोना मामलों को लेकर हो रही चर्चा के बाद दिया. उन्होंने यह भी कहा था कि 'पहले चाइना वैरिएंट कहा जाता था, लेकिन अब इंडियन वैरिएंट कहा जाता है.' कमलनाथ के इस बयान की खूब निंदा हुई थी. यहां तक कि केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने भी जवाब दिया था. इस पर शुक्रवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि कमलनाथ मानसिक संतुलन खो चुके हैं.
सीएम शिवराज ने सोनिया गांधी से मांगा जवाब
सीएम ने कहा कि 'कमलनाथ के बदनाम वाले बयान पर सोनिया गांधी जवाब दें. सोनिया गांधी बताएं कि क्या वह कमलनाथ के बयान से सहमत हैं.' उन्होंने कहा कि 'सत्ता जाने के बाद कमलनाथ ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है.' उन्होंने कहा कि 'कमलनाथ ने इसी धरती पर जन्म लिया है और आज इसी देश को बदनाम बता रहे हैं. यही कांग्रेस का सोच है.'
मौन तोड़ें सोनिया गांधी: शिवराज
सीएम ने कहा कि भारत गौरव गाथाओं का देश है. यह अपनी वीरता के लिए जाना जाता है. पं. जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी इसी तरह की कांग्रेस चाहते थे. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को अपना मौन तोड़ना होगा.
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सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि या तो सोनिया गांधी कमलनाथ को पार्टी से बाहर करें या फिर कह दें कि वह उनके बयान से सहमत हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. सरकार अपने स्तर से काम पर लगी हुई है, लेकिन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष इस तरह की बयानबाजी करके अपनी विकृत विचार को दिखा रहे हैं.