नई दिल्ली : कांग्रेस ने रविवार को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को बर्खास्त करने की अपनी मांग दोहराई और कहा कि जब तक वह कुर्सी पर रहेंगे तब तक राज्य में न्याय या शांति की दिशा में कोई प्रगति नहीं हो सकती.
कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने एक ट्वीट में लिखा, "जब तक बीरेन सिंह मुख्यमंत्री रहेंगे, तब तक कोई न्याय नहीं होगा या शांति की दिशा में कोई प्रगति नहीं होगी. प्रधानमंत्री को कार्रवाई करने का समय बहुत पहले चला गया है. कम से कम अब उन्हें कार्रवाई करनी चाहिए और ध्यान नहीं भटकाना चाहिए."
पूर्वोत्तर राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए सांसद ने कहा, "हर गुजरते दिन के साथ जैसे-जैसे मणिपुर की भयावहता की सच्चाई सामने आ रही है, यह स्पष्ट है कि राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है. भीड़, सशस्त्र निगरानीकर्ता और विद्रोही समूह बेलगाम हो गए हैं. महिलाओं और परिवारों को सबसे खराब, अकल्पनीय अत्याचारों का सामना करना पड़ा है."
उन्होंने कहा, "(राज्य) प्रशासन न केवल हिंसा में 'सहभागी' है, बल्कि सक्रिय रूप से नफरत को बढ़ावा दे रहा है. समुदायों के बीच विश्वास पूरी तरह से टूटने के साथ सामाजिक ताना-बाना भी पूरी तरह से टूट गया है."
इससे पहले रविवार सुबह वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने इस मामले पर भाजपा की आलोचना की और कहा, "मणिपुर की स्थिति की तुलना बिहार, पश्चिम बंगाल और राजस्थान से कैसे की जा सकती है? केंद्र सरकार न केवल अक्षम और पक्षपातपूर्ण रही है, बल्कि जब वह घृणित तुलनाओं के पर्दे के पीछे छिपती है तो वह संवेदनहीन और क्रूर होती है."