सहारनपुर:यूपी विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा होते ही पश्चिमी यूपी की राजनीति में खलबली मच गई है. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगने जा रहा है. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव, दिल्ली प्रभारी एवं वेस्ट यूपी के कद्दावर नेता पूर्व विधायक इमरान मसूद जल्द ही समाजवादी पार्टी में शामिल हो रहे हैं. ETV BHARAT से बातचीत इमरान मसूद ने साफ कर दिया है कि वे प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से कतई नाराज नहीं है. इमरान मसूद का कहना है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी को रोकने के लिए समाजवादी पार्टी ही एक मात्र विकल्प है. यही वजह है कि वे अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस छोड़ साइकिल की सवारी करने जा रहे हैं.
बीजेपी को रोकने के लिए फैसला
ETV भारत से बातचीत में इमरान मसूद ने बताया कि सभी राजनीतिक दलों को एक साथ आकर बीजेपी के कुशासन के खिलाफ लड़ना चाहिए. विधानसभा चुनाव में बीजेपी और समाजवादी पार्टी में सीधी टक्कर है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने पिछले पांच सालों में युवाओं, महिलाओं, किसानों, व्यापारियों पर अत्याचार किया है. इन तमाम मुद्दों को लेकर प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है. इस बार बदलाव लाने की कमान अखिलेश यादव के हाथ में है, इसलिए फैसला लेने का सही समय है.
कांग्रेस नेता इमरान मसूद से खास बातचीत. प्रियंका और राहुल गांधी से नहीं नाराज एक सवाल के जवाब में इमरान मसूद ने कहा कि वे कांग्रेस से बिल्कुल भी नाराज नही हैं, बल्कि प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के एहसानमंद हैं. क्योंकि उन्होंने इमरान मसूद को पार्टी में बहुत मान सम्मान दिया है. जब तक उनकी सांस में सांस है, उनका एहसान मानता रहूंगा, लेकिन उत्तर प्रदेश में भाजपा और सपा के बीच सीधी लड़ाई होने जा रही है. यही वजह है उन्होंने सपा ज्वाइन करने का फैसला लेना पड़ रहा है. इमरान मसूद ने बताया कि समाजवादी पार्टी में उनका लालन पालन हुआ है. यानि राजनीति की शुरुआत सपा से ही हुई है. इसलिए इसको उनकी घर वापसी भी कह सकते हैं.
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काजी रशीद मसूद के भतीजे हैं इमरान मसूद
गौरतलब है कि विवादित बयानों के चलते चर्चाओं में रहने वाले इमरान मसूद पूर्व केंद्रीय मंत्री मरहूम काजी रशीद मसूद के भतीजे हैं. काजी सहाब की मौत के बाद काजी परिवार की सियासत संभाले हुए हैंं. कांग्रेस में रहते हुए इमरान मसूद दो बार लोकसभा और 2 बार विधानसभा चुनाव हार चुके हैं. कांग्रेस हाईकमान ने इमरान मसूद को पहले उत्तर प्रदेश में वरिष्ठ उपाध्यक्ष, इसके बाद प्रियंका गांधी ने राष्ट्रीय सचिव और दिल्ली प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी. बावजूद इसके इमरान मसूद कांग्रेस में रहते सपा का गुणगान कर रहे थे.