भोपाल :सावरकर धार्मिक नहीं थे कहने वाले कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने उनकी किताब का जिक्र करते हुए हिंदू, हिंदुत्व और गौमांस को लेकर फिर विवादित बयान दिया है.
दिग्विजय ने मध्य प्रदेश में एक कार्यक्रम में कहा कि यह देश विविधताओं का देश है. यहां ऐसे भी हिंदू हैं जो गोमांस खाते हैं और कहते हैं कहां लिखा है गोमांस ना खाया जाएं और अधिकांश हिंदू गोहत्या के ख़िलाफ़ हैं. वह यहीं नहीं रुके सावरकर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 'सावरकर ने अपनी किताब में लिखा है कि हिंदू धर्म का हिंदुत्व के साथ कोई संबंध नहीं है. उन्होंने यह भी लिखा है कि गाय ऐसा पशु है जो खुद के मल में लोट लेती है, वह कहां से हमारी माता हो सकती है, उसके गोमांस खाने में कोई खराबी नहीं है. यह सावरकर ने कहा है.'
आरएसएस पर हमला बोला
संघ और भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 'सावरकर की जब कभी बात आए तो उनकी इस किताब को संघ के लोगों को दिखा देना कि आपके सावरकर जी ये कहते थे.' उन्होंने कहा कि इनसे डरो मत. इनसे जो डरा वो मारा. आर-पार की लड़ाई है. दिग्विजय ने कहा कि आरएसएस वाले न तो कभी आंदोलन करते हैं, न प्रदर्शन करते हैं, न कभी रैली करते हैं, न कभी विपक्ष में रहते हुए डंडा खाते हैं, न जेल जाते हैं.
'पीठ पर छुरा घोंपते हैं आरएसएस वाले'
उन्होंने कहा कि इस संगठन का अभी तक रजिस्ट्रेशन ही नहीं है. दिग्विजय सिंह ने साफ कहा कि हमारी लड़ाई आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ है. उन्होंने आरोप लगाया कि संघ वाले गुप्त तरीके से काम करते हैं. वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की बात दोहराते हुए कहा कि आरएसएस के लोग पीठ में छुरा भोंकने का काम करते हैं आगे से वार नहीं करते. सिंह ने कहा कि आरएसएस की विचारधारा पूरे देश को बांटने में लगी हुई है हमारी लड़ाई उनसे है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि 'मेरी संघ से कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, लेकिन मैं इस विचारधारा के विरोध में हूं.'