नई दिल्ली :तमिलनाडु में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने बयान दिया है कि उनकी पार्टी केवल राज्य में सीटों के लिए कह सकती है, लेकिन आखिरी फैसला गठबंधन में सहयोगी द्रमुक नेता स्टालिन का होगा. अय्यर ने दावा किया कि इस चुनाव में भाजपा तमिलनाडु के भीतर कुछ खास नहीं कर पाएगी.
उन्होंने स्टालिन को 'थलपति' संबोधित किया जिसका मतलब सेनापति होता है. तमिलनाडु में इस साल अप्रैल-मई में चुनाव होने हैं. तमिलनाडु चुनावों के लिए कांग्रेस के बनाए तीन प्रमुख पैनलों में शामिल अय्यर ने एक साक्षात्कार में कहा कि अगर सत्तारूढ़ ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम ( AIADMK) इस चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन करती है तो यह उसके लिए नुकसानदेह साबित होगा.
हाल ही में AIADMK नेतृत्व ने कहा था 2021 विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के साथ गठबंधन जारी रहेगा. इसे लेकर अय्यर ने कहा कि अगर इसकी अटकलें हैं भी तो वह इसे तब तक हकीकत नहीं मानेंगे जब तक यह चुनाव अभियान में नजर नहीं आता और अन्नाद्रमुक के विभिन्न गुटों के रुख का पता नहीं चल जाता.
बिहार में कांग्रेस की हार के बाद द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के साथ सीट बंटवारे के बारे में पूछे जाने पर अय्यर ने कहा कि 'द्रमुक गठबंधन में मजबूत स्थिति में हैं. ऐसे में हम केवल उनसे सीटों के लिए कह सकते हैं. ये उन पर है कि कितनी देते हैं.'
अय्यर ने कहा कि 'एक दिन उन्होंने कहा कि वह 12 संसदीय सीटें देने को तैयार हैं, बाद में नौ सीटों से ज्यादा देने से इनकार कर दिया. उनका कहना था कि पुडुचेरी की सीट वे छोड़ रहे हैं और यह कांग्रेस की 10वीं सीट होगी इसलिए कांग्रेस तो आग्रह करेगी, लेकिन आखिरी फैसला तो 'थलपति' स्टालिन को करना है और थलपति यथार्थवादी रहेंगे.' अय्यर ने कहा कि जो भी सीटें द्रमुक की ओर से दी जाएंगी कांग्रेस उसे स्वीकार करेगी.'