नई दिल्ली :कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि कर्नाटक में उसे अपने आंतरिक आकलन और चुनाव आयोग की वोटिंग प्रतिशत की रिपोर्ट से लग रहा है कि आराम से बहुमत मिलेगा.
नाम न छापने की शर्त पर पार्टी के वार-रूम का प्रबंधन करने वाले एक वरिष्ठ एआईसीसी पदाधिकारी ने कहा, 'हमें अच्छा बहुमत मिल रहा है. शाम छह बजे गेट बंद कर दिए जाने के बावजूद लोग मतदान केंद्रों के अंदर थे. मतदान के अंतिम आंकड़े आने तक इस बार मतदान 75-77 फीसदी के बीच होगा. यह 2018 के विधानसभा चुनाव में हुए 68 फीसदी मतदान से 7-9 फीसदी अधिक है. मतदान में दो प्रतिशत की वृद्धि से 30 अतिरिक्त सीटें आती हैं. हमें जो मिल रहा है वह पर्याप्त से अधिक है. यह हमारे लिए अच्छा संकेत है.'
उन्होंने कहा कि 'हम अभी भी राज्य भर में बूथ स्तर की टीमों, पोलिंग एजेंटों और संबंधित उम्मीदवारों से जानकारी एकत्र और मिलान कर रहे हैं.' दक्षिणी राज्य की 224 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार को भाजपा, कांग्रेस और जनता दल-सेक्युलर के बीच कड़े मुकाबले के बीच मतदान हुआ. नतीजे 13 मई को आएंगे. 2018 के चुनावों में, भाजपा के पास 104 सीटें थीं, कांग्रेस के पास 80 और जद-एस के पास 37 सीटें थीं.
वार-रूम सूत्रों के अनुसार, क्षेत्रवार आंकड़ों से पता चलता है कि कांग्रेस कल्याण कर्नाटक और मध्य कर्नाटक क्षेत्रों में जीत हासिल कर रही थी, पुराने मैसूर क्षेत्र में आगे थी, जबकि कित्तूर कर्नाटक और बेंगलुरु क्षेत्र में यह 50:50 था.
पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी की ओर से पर्याप्त संकेत मिले, जिन्होंने राज्य के प्रगतिशील भविष्य के लिए बड़ी संख्या में मतदान करने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया. राहुल ने पार्टी के लिए 150 सीटों का लक्ष्य रखा था. उन्होंने कार्यकर्ताओं और नेताओं को गरिमापूर्ण और जन-उन्मुख अभियान के लिए धन्यवाद दिया.