नई दिल्ली :भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा और पार्टी पर लोगों को गुमराह करने और कोविड -19 के लिए झूठी दहशत पैदा करने का आरोप लगाया है. इस पर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए भाजपा अध्यक्ष और महामारी के कुप्रबंधन के लिए केंद्र सरकार की ओर से माफी भी मांगने को कहा है.
इस मामले पर बात करते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा कि कांग्रेस को अधिग्रहण पत्र लिखने के बजाय जेपी नड्डा को कोविड की दूसरी लहर में भारत को धकेलने के लिए भाजपा की ओर से माफी पत्र लिखना चाहिए.
नड्डा को कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाने के बजाय उन सभी परिवारों से माफी मांगनी चाहिए, जिन्होंने ऑक्सीजन की कमी, अस्पताल के बेड और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे की कमी के कारण अपनों को खो दिया है.
शेरगिल ने कहा कि उन्हें संभावित ऑक्सीजन की कमी की आपूर्ति के बारे में विशेषज्ञों की बात नहीं मानने और देश को वैक्सीन की कमी के परिदृश्य में लाने, 6.5 करोड़ टीके निर्यात करने और भारत की स्थानीय आबादी की अनदेखी करने के लिए माफी मांगनी चाहिए.
अपने पत्र में बीजेपी प्रमुख ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेताओं के आचरण को दोहराव और तंगदिली के लिए याद किया जाएगा. उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर वैक्सीनेशन में संकोच को पैदा करने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया.
इससे पहले कांग्रेस कार्य समिति ने देश में कोविड -19 महामारी के प्रबंधन पर केंद्र सरकार को फटकार लगाई और कहा कि प्रधानमंत्री को अपनी गलतियों का प्रायश्चित करना चाहिए और लोगों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए. कांग्रेस की इस टिप्पणी पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा और पार्टी पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया.
केंद्र पर हमला बोलते हुए जयवीर शेरगिल ने कहा 'भाजपा सरकार के कुप्रबंधन, गलत बयानी और भ्रामक रणनीति के कारण पूरा तरह से भारत नरक से गुजर रहा है, लेकिन दुख की बात है कि नड्डा और भाजपा अभी भी यह कहने में व्यस्त हैं कि सब ठीक है.
बीजेपी को यह महसूस करना चाहिए कि हर चीज के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराने के उनकी पुरानी आदत अब लोगों सी उन्हें बचा नहीं सकती.
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उन्होंने आगे कहा, ब्लेम गेम की राजनीति भारत के संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत संकट और लोगों के स्वास्थ्य के अधिकार की अनदेखी करने के भाजपा के पापों को छिपा नहीं सकती.
वहीं एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने भाजपा प्रमुख के पत्र को बहुत दुर्भाग्यपूर्ण कहा और उनसे सवाल किया कि क्या अंतरराष्ट्रीय मीडिया, विशेषज्ञों के साथ-साथ भारतीय चिकित्सा परिषद, जिन्होंने कोविड संकट के प्रबंधन पर गहरी चिंता व्यक्त की थी, वह भी देश में दहशत पैदा करने के लिए झूठ भी बोल रहे हैं.
उन्होंने कहा, 'हम जो कुछ भी कर रहे हैं वह सार्वजनिक हित में है. हम सिर्फ रचनात्मक सुझाव दे रहे हैं. अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं को देखें, वे वही सुझाव दे रहे हैं, जो कांग्रेस बार-बार कह रही है. कांग्रेस, एक विपक्षी पार्टी के रूप में लगातार सुझाव देती रहेगी.' कांग्रेस के पास बहुत बड़ा प्रशासनिक अनुभव है, जिस पर हमें गर्व है. हमारे नेता लगातार विभिन्न विशेषज्ञों के संपर्क में हैं. अपने घमंड के कारण, सरकार इन सुझावों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है.'
माकन ने आगे कहा कि मानव जीवन से ज्यादा कुछ भी महत्वपूर्ण नहीं है. आज हम जो कुछ भी देख रहे हैं वह मोदी सरकार द्वारा की गई स्व-निर्मित मानव निर्मित तबाही है. हम सरकार को रचनात्मक सुझाव देकर और लोगों की सेवा करके अपना कर्तव्य पूरा करने जा रहे हैं. कोई हमें ऐसा करने से रोक सकता है.
इसके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने भी इस मामले पर ट्वीट किया, उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को एक गैर-सूचित पत्र लिखने के बजाय, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा 6 मई 2021 को न्यूयॉर्क टाइम्स का कॉलम पढ़ सकते हैं.
उसका लेखक कांग्रेस के सदस्य नहीं हैं. उनके नाम डॉ अभिजीत बनर्जी और डॉ एस्तेर डुफ्लो है, जो नोबेल पुरस्कार विजेता हैं.