नई दिल्ली :लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस 28 सदस्यीय गठबंधन में अपनी भूमिका निभाते हुए आक्रामक हो रही है. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के रणनीतिकार 2009 के लोकसभा नतीजों के लिए उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल के साथ सीट साझा करने के समझौते पर जोर दे रहे हैं. साथ ही 12 जनवरी में सीट बंटवारे को लेकर होने वाली बातचीत के दौरान मायावती की बसपा को शामिल करने पर भी जोर दिया जा रहा है.
पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व प्रमुख राहुल गांधी ने सभी 500 लोकसभा समन्वयकों को 11 जनवरी को दिल्ली बुलाया है ताकि उन्हें देश भर में आगामी राष्ट्रीय चुनावों की तैयारी के बारे में निर्देश दिया जा सके. इस संबंध में एआईसीसी संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि हमने चुनाव तैयारियों पर चर्चा करने और उन्हें उचित निर्देश जारी करने के लिए हाल ही में नियुक्त सभी 500 लोकसभा समन्वयकों को 11 और 12 जनवरी को आमंत्रित किया है. हम विपक्षी गठबंधन के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.
बता दें कि कांग्रेस का पांच सदस्यीय राष्ट्रीय गठबंधन पैनल महत्वपूर्ण राज्य यूपी के लिए सीट-बंटवारे की बातचीत को अंतिम रूप देने के लिए 12 जनवरी को एसपी और आरएलडी नेताओं से बात करेगा. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के रणनीतिकार उन 22 सीटों पर दावा कर रहे हैं जो पार्टी ने 2009 के लोकसभा चुनावों में जीती थीं. इन सीटों में अमेठी, रायबरेली, अकबरपुर, बहराइच, बाराबंकी, धौरहरा, डुमरियागंज, फैजाबाद, फर्रुखाबाद, गोंडा, कानपुर, लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, मोरादाबाद, सुल्तानपुर, श्रावस्ती, प्रतापगढ़, उन्नाव, झांसी और महाराजगंज शामिल हैं. वहीं कांग्रेस नेता यह भी कह रहे हैं कि सबसे पुरानी पार्टी 2009 के चुनावों में लगभग 12 संसदीय सीटों पर दूसरे स्थान पर थी और इसलिए 2024 में भी उन्हें ये सीटें मिलनी चाहिए.