नई दिल्ली:पंजाब में नए मुख्यमंत्री की नियुक्ति के बाद भी कांग्रेस पार्टी की राज्य इकाई के भीतर अंदरूनी कलह थमने का नाम नहीं ले रही है. इस क्रम में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व चीफ सुनील जाखड़ ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत के ट्वीट पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया कि चुनाव सिद्धू के नेतृत्व में लड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि यह बयान सीएम के अधिकार को कमजोर कर सकता है.
हालांकि, इस बयान के बाद पार्टी को डैमेज कंट्रोल मोड में देखा गया क्योंकि कांग्रेस महासचिव तारिक अनवर ने इस मामले पर कहा, 'हमारी पार्टी में प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रमुख सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति है और उसके पास इसकी जिम्मेदारी है. इसलिए, यह स्पष्ट है कि वह संगठन की देखभाल करेंगे और उनके नेतृत्व में पीसीसी आगामी चुनाव लड़ेगी.
जाखड़ के बयान पर उन्होंने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, एक लोकतांत्रिक पार्टी में लोगों को अपनी राय व्यक्त करने का अधिकार है, लेकिन यह बहुत स्पष्ट है कि पार्टी को चरणजीत सिंह चन्नी पर पूरा भरोसा है और अगला चुनाव उनके नेतृत्व में लड़ा जाएगा.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी ऐसा ही प्रयास करते हुए कहा, 'मीडिया कृपया भ्रम न फैलाएं और एक दलित मुख्यमंत्री पर हमला करना बंद करें. चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री और सिद्धू प्रदेश अध्यक्ष के रूप में हमारा चेहरा होंगे.'
हरीश रावत के इस बयान को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने भी यह कहकर आलोचना का सामना करना पड़ा कि चन्नी को पंजाब का सीएम नियुक्त करने का कांग्रेस का कदम एक चुनावी हथकंडा है और पार्टी को दलितों पर पूरा भरोसा नहीं है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस पंजाब में शिअद-बसपा गठबंधन से डरी हुई है.