नागपुर : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी केंद्र की सत्ता में आने के बाद जाति आधारित गणना कराएगी. गांधी ने कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवस के मौके पर महाराष्ट्र के नागपुर में एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए दावा किया कि देश में बेरोजगारी पिछले 40 वर्ष में अपने उच्चतम बिंदु पर पहुंच गई है. उन्होंने कहा कि केंद्र की सत्ता में आने के बाद उनकी पार्टी जाति आधारित गणना कराएगी.
कांग्रेस ने 'हैं तैयार हम' नामक रैली के जरिये अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए अपने अभियान की शुरुआत की है. गांधी ने कहा कि देश में दो विचारधाराओं की लड़ाई है. उन्होंने कहा, 'भाजपा के विपरीत, कांग्रेस का एक कनिष्ठ कार्यकर्ता भी पार्टी के शीर्ष नेताओं पर सवाल उठा सकता है और उनसे असहमत हो सकता है.' उन्होंने दावा किया कि कुलपतियों की नियुक्ति योग्यता के आधार पर नहीं बल्कि इसलिए की जाती है क्योंकि वे एक विशेष संगठन से होते हैं.
उन्होंने कहा, 'आज़ादी से पहले हिंदुस्तान की जनता, महिलाओं के कोई अधिकार नहीं थे. दलितों को छुआ नही जाता था, यह आरएसएस कि विचारधारा है. यह हमने बदला है और वे फिर इसे वापस लाना चाहते हैं, हिंदुस्तान आज़ादी से पहले जहां था वे वहां उसे लौटाना चाह रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'एक तरफ युवाओं पर आक्रमण किया जा रहा है और दूसरी तरफ हिंदुस्तान के 2-3 अरबपतियों को देश का पूरा धन दिया जा रहा है.1,50,000 युवाओं को हिंदुस्तान की सेना और वायु सेना के लिए चुन लिया गया था. मोदी सरकार ने अग्निवीर योजना लागू की और इन युवाओं को आर्मी और वायु सेना में नहीं आने दिया गया.' बेरोजगारी पिछले 40 वर्ष में अब सबसे अधिक है.
इस कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महाराष्ट्र तथा अन्य राज्यों के कई शीर्ष पार्टी नेताओं ने हिस्सा लिया जबकि पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रैली में शामिल नहीं हुईं. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि अगर 'इंडिया' गठबंधन एकजुट रहा तो भाजपा कहीं नहीं दिखेगी. खड़गे ने लोगों से लोकतंत्र और देश को बचाने के लिए 'इंडिया' गठबंधन का समर्थन करने का आह्वान किया.