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Published : Jul 2, 2023, 1:34 PM IST

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कांग्रेस ने मणिपुर के सीएम से मांगा इस्तीफा, पीएम से अपनी चुप्पी तोड़ने को कहा

जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस की मांग है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मणिपुर पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए. मुख्‍यमंत्री के त्‍यागपत्र लिखने और उसे उनके आवास के बाहर महिला समर्थकों द्वारा फड़ दिए जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हम मांग करते हैं कि मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह को कल इम्‍फाल में हुए नाटक के बाद इस्तीफा देना चाहिए.

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कांग्रेस महासचिव और मीडिया प्रभारी जयराम रमेश

नई दिल्ली :कांग्रेस ने हिंसा प्रभावित राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताई है. कांग्रेस महासचिव और मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग की. उन्होंने मणिपुर की स्थिति पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठाये. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने भी संघर्षग्रस्त मणिपुर का दौरा किया लेकिन कि इसका कोई सकारात्मक प्रभाव नहीं देखा गया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री पिछले साठ दिनों से चुप हैं और हम बार-बार मांग कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए.

भाजपा शासित राज्य में 3 मई को हिंसा भड़कने के बाद से सीएम विपक्ष, खासकर कांग्रेस के बार-बार निशाने पर आ गए हैं. मणिपुर में करीब दो महीने से जातीय हिंसा चल रही है. कांग्रेस और राज्य के कुछ समूहों ने बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग की है. अपने इस्तीफे की बढ़ती मांग के बीच मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शुक्रवार को कहा कि वह 'इस महत्वपूर्ण मोड़ पर' अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे. अमित शाह की राज्य की चार दिवसीय यात्रा के बाद जून में राज्य में शांति बहाल करने के लिए उनकी अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक हुई थी.

लगभग दो महीने पहले 3 मई को अनुसूचित जनजाति (एसटी) की सूची में मेइती को शामिल करने की मांग के विरोध में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन (एटीएसयू) द्वारा आयोजित एक रैली के दौरान झड़प के बाद राज्य में जातीय झड़पें हुईं. बता दें कि मणिपुर के मामले को लेकर शनिवार को कांग्रेस संसदीय दल और रणनीति समूह की बैठक हुई. जिसमें अन्य बातों के अलावा, पीएम से इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ने की मांग की गई थी.

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समान नागरिक संहिता पर कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी ने पहले ही 15 जून को अपना रुख स्पष्ट कर दिया था. उन्होंने कहा कि चूंकि पिछले 15 दिनों के दौरान इस मामले पर कुछ भी नया नहीं आया है. इसलिए पार्टी के पास इसमें जोड़ने के लिए कुछ भी नहीं है.

(एएनआई)

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