नई दिल्ली:कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ आज दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने मणिपुर की स्थिति को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन सौंपा. साथ ही सुप्रीम कोर्ट के एक सेवारत या सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच आयोग के गठन सहित 12 मांगें रखी हैं.
कांग्रेस ने मणिपुर में हाल की हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए रविवार को कहा कि वहां एक भयावह त्रासदी सामने आ रही है, जबकि प्रधानमंत्री अपने 'खुद के राज्याभिषेक' को लेकर अभिभूत हैं. उन्होंने कहा कि मणिपुर में हिंसा के 25 दिन बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बहुप्रतीक्षित इंफाल यात्रा की पूर्व संध्या पर चीजें बद से बदतर हो गई हैं. रमेश ने ट्विटर पर कहा, 'अनुच्छेद-355 लागू किए जाने के बावजूद, राज्य में कानून-व्यवस्था और प्रशासन पूरी तरह से चरमरा गया है.'
उन्होंने मोदी द्वारा नये संसद भवन के उद्घाटन का जाहिर तौर पर संदर्भ देते हुए कहा, 'एक भयानक त्रासदी (मणिपुर हिंसा) सामने आ रही है, जबकि प्रधानमंत्री अपने 'खुद के राज्याभिषेक' को लेकर अभिभूत हैं. उनकी ओर से शांति की एक भी अपील नहीं की गई है और न ही समुदायों के बीच विश्वास की पुन:बहाली के लिए कोई वास्तविक प्रयास किया गया है.'
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने रविवार को कहा कि सुरक्षा बलों ने राज्य में शांति कायम करने के लिए अभियान शुरू करने के बाद से घरों में आगजनी और लोगों पर गोलीबारी करने में शामिल लगभग 40 सशस्त्र उग्रवादियों को मार गिराया है. वहीं, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि राज्य के विभिन्न इलाकों में लोगों पर गोलीबारी और उग्रवादियों तथा सुरक्षा बलों के बीच झड़पों की अलग-अलग घटनाओं में रविवार को दो लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए.
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