नई दिल्ली :कांग्रेस ने मंगलवार को राजीव गांधी फाउंडेशन का बचाव किया (Congress defends RGF), जिस पर विदेशी फंड प्राप्त करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. कांग्रेस ने कहा कि एनजीओ फंडिंग पारदर्शी थी. वहीं, पीएम केयर्स और अन्य एनजीओ की फंडिंग और चीनी फर्मों को काम दिए जाने पर सवाल उठाए.
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा (Congress media head Pawan Khera ) ने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन की फंडिंग में हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है... यह पारदर्शी है. लेकिन हम जानना चाहते हैं कि चीनी दूतावास 2016 से इंडिया फाउंडेशन और विवेकानंद फाउंडेशन को फंड क्यों दे रहा है और बीजेपी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ क्यों साझेदारी कर रही है.
उन्होंने कहा, 'दो फाउंडेशन एनएसए अजीत डोभाल के बेटे द्वारा चलाए जा रहे हैं.' संसद में अरुणाचल प्रदेश में हाल ही में चीनी घुसपैठ को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच झड़प के कुछ घंटों बाद कांग्रेस की प्रतिक्रिया आई, जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आरोप लगाया कि आरजीएफ ने चीनी दूतावास से धन प्राप्त किया था.
शाह ने कहा कि 'अगर वे अनुमति देते तो मैं संसद में जवाब देता कि राजीव गांधी फाउंडेशन को 2005-2007 के दौरान चीनी दूतावास से 1.35 करोड़ रुपये का अनुदान मिला, जो एफसीआरए के अनुसार उचित नहीं था. इसलिए नियमानुसार गृह मंत्रालय ने अपना रजिस्ट्रेशन रद्द किया था.'
भाजपा पर निशाना साधते हुए खेड़ा ने आरोप लगाया कि विभिन्न चीनी कंपनियों ने पीएम केयर फंड में पैसा दान किया था. एक चीनी कंपनी डोंग फेंग जिसे विश्व बैंक, अमेरिका और यूरोपीय संघ ने ब्लैकलिस्ट किया गया था उसे केंद्रशासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने का ठेका दिया गया था.
इसके अलावा, सरकार ने गुजरात के धोलेरा में एक चीनी कंपनी के साथ 43,000 करोड़ रुपये के एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. खेड़ा ने पूछा कि ऐसे सभी अनुबंध चीनी फर्मों को क्यों आवंटित किए गए.'
लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने चीन नीति को लेकर केंद्र की आलोचना की. गोगोई ने कहा 'पीएम मोदी ने 19 जून, 2020 को चीन को क्लीन चिट दी और देश को यह कहते हुए गुमराह किया कि पूर्वी लद्दाख एलएसी के उल्लंघन के दौरान किसी ने भी हमारी भूमि में प्रवेश नहीं किया. इसने चीनियों को और अधिक उत्तेजित कर दिया और अरुणाचल प्रदेश में ताजा घुसपैठ हुई. बीजेपी नेता तपीर गाओ अरुणाचल में चीनी घुसपैठ को उजागर कर रहे थे, लेकिन सरकार ने इसे नजरअंदाज कर दिया.'
कांग्रेस के लोकसभा सदस्य ने आरोप लगाया कि चीन पीएम की कमजोरी का फायदा उठा रहा है. गोगोई ने कहा, 'जब पीएम ने 2020 में चीनियों को क्लीन चिट दी, तो वे समझ गए कि उन्हें केवल अपनी छवि की परवाह है इसलिए वे एलएसी का उल्लंघन करते रहते हैं. वे वहां सैन्य अभ्यास करने के लिए वहां 5जी नेटवर्क और सड़कों जैसे बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहे हैं. हमें सतर्क रहना चाहिए और उनका मुकाबला करना चाहिए. सरकार को देश को बताना चाहिए कि वह हमारी सीमाओं की रक्षा के लिए क्या करने की योजना बना रही है.'
रक्षामंत्री के बयान को बताया अधूरा :उन्होंने कहा कि 'अरुणाचल प्रदेश की घुसपैठ पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान अधूरा था इसलिए कांग्रेस संसद में चीन नीति पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रही थी और बहिर्गमन कर गई.'