हमीरपुर:हमीरपुर जिले में बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया है. हमीरपुर जिले की 5 सीटों में से कांग्रेस ने 4 और एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल की है. वहीं, इस बार सबसे दिलचस्प मुकाबला भोरंज विधानसभा सीट पर देखने को मिला. भोरंज से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश कुमार ने जीत हासिल की है. कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश कुमार ने बीजेपी प्रत्याशी डॉ. अनिल धीमान को सबसे कम यानी 60 वोटों के अंतर से हराया है. (Congress candidate Suresh Kumar)
कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश कुमार को 24779 वोट मिले हैं, जबकि अनिल धीमान को 24719 वोट मिले हैं. वहीं, निर्दलीय प्रत्याशी पवन कुमार 6861 वोट के साथ तीसरे नंबर पर रहे. आम आदमी पार्टी के रजनी कौशल को 463वोट, बहुजन समाज पार्टी के जरनैल सिंह को 302वोट मिले. वहीं, भोरंज विधानसभा क्षेत्र में 293लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया. इसके साथ ही वोट प्रतिशत की बात की जाए तो सुरेश कुमार को 43.16फीसदी वोट मिले, जबकि अनिल धीमान को 43.05फीसदीवोट मिले. वहीं, पवन कुमार को 11.95फीसदी वोट मिले.
भोरंज सीट पर जीत का अंतर. (सौ.- निर्वाचन आयोग) भोरंज में चुनावी मैदान में थे 5 प्रत्याशी: भोरंज सीट से कांग्रेस ने पुराने चेहरे सुरेश कुमार (Congress Suresh Kumar) पर ही दांव खेला था. वहीं, बीजेपी ने मौजूदा विधायक कमलेश कुमारी का टिकट काट कर डॉ. अनिल धीमान (BJP Dr Anil Dhiman) को चुनावी दंगल में उतारा था. वहीं, वहीं, आम आदमी पार्टी ने रजनी कौशल (Rajni Kaushal), बीएसपी ने जरनैल सिंह और निर्दलीय के रूप में पवन कुमार चुनावी मैदान में थे.
कौन हैं कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश कुमार: भोरंज सीट से कांग्रेस ने सुरेश कुमार पर भरोसा जताया था. इससे पहले कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश कुमार 3 दफा यहां पर हार का सामना कर चुके हैं. कांग्रेस पार्टी ने उन्हें चौथी बार चुनावी मैदान में उतारा था. वह हिमाचल कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के करीबी माने जाते हैं.
भोरंज में रहा बीजेपी का दबदबा:हमीरपुर जिले की भोरंज विधानसभा क्षेत्र में भाजपा लगातार सात विधानसभा चुनावों में जीत का परचम लहराया था. यहां पर अब तक के इतिहास में एक दफा हुए उपचुनाव में भाजपा ने ही बाजी मारी थी. भोरंज विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को सात आम चुनाव और एक उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा. यहां पर साल 1990 से 2017 तक भाजपा ने लगातार आठ दफा जीत हासिल की थी. इन आठ जीत में सात जीत दिवंगत भाजपा नेता पूर्व शिक्षा मंत्री आईडी धीमान और उनके बेटे अनिल धीमान के नाम है. साल 2017 में आईडी धीमान के विधायक रहते देहांत होने पर उनके बेटे को भाजपा ने चुनावी मैदान में उतारा और जीत हासिल की. इसके बाद 2017 में भाजपा ने टिकट बदला और महिला नेता कमलेश कुमारी पर दांव चलते हुए फिर जीत का परचम लहराया.
भोरंज विधानसभा क्षेत्र एससी वर्ग के लिए आरक्षित है. इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के गुरु दिवंगत पूर्व शिक्षा मंत्री आईडी धीमान के नाम छह दफा लगातार जीत हासिल करने का रिकॉर्ड है. इस सीट पर पिछले तीन दशकों यानी 32 वर्षों से भाजपा का कब्जा है. इन 32 वर्षों में कांग्रेस को इस सीट पर लगातार सात चुनाव और एक उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा है. कांग्रेस को यहां पर अंतिम दफा 1985 में धर्म सिंह ने जीत दिलाई थी. 81,179 में से 55,650 मतदाताओं ने वोट डाले. इनमें से 30,766 महिलाएं और 24,884 पुरुष मतदाता शामिल थे. 1544 पुरुष सर्विस वोटर और 34 महिला सर्विस वोटर ने भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.
संघ से ताल्लुक रखते हैं निर्दलीय प्रत्याशी पवन कुमार:भोरंज विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के महामंत्री को जिला परिषद चुनाव में हराने वाले पवन कुमार भाजपा के समीकरण बिगाड़ सकते हैं. पवन कुमार ने हाल ही में पंचायतीराज चुनावों में भाजपा हमीरपुर के महामंत्री अभय वीर लवली को मात दी थी. भाजपा की तरफ से यहां पर पूर्व विधायक डॉ अनिल धीमान को चुनावी मैदान में उतारा गया है. हालांकि माना जा रहा है कि वो भाजपा की जीत में निश्चित तौर पर रोड़ा बनेंगे. कांग्रेस के प्रत्याशी सुरेश कुमार लगातार चौथी बार कांग्रेस के टिकट पर यहां चुनाव लड़ रहे हैं. यहां पर कांग्रेस के लिए भी गुटबाजी बड़ी चुनौती होगी लेकिन सीधे तौर पर यहां पर कांग्रेस में बगावत नजर नहीं आ रही है. (BJP Candidate Bhoranj anil dhiman )
मेवा से भोरंज बनने तक धीमान का जलवा, नहीं जीता कोई निर्दलीय:पूर्व शिक्षा मंत्री आईडी धीमान ने इस सीट पर लगातर छह दफा जीत हाासिल कर रिकॉर्ड कायम किया है. साल 1990 में उन्होंने रिकार्ड 11,924 मतांतर से जीत हाासिल की जो अभी तक रिकॉर्ड है. हालांकि सबसे कम मतों से जीत हासिल करने का रिकॉर्ड में आईडी धीमान के नाम ही है. साल 1990 में 11,924 मतों से जीतने वाले आईडी धीमान तीन साल बाद 1993 में महज 447 मतों से जीत हासिल कर पाये थे. धीमान के यह रिकॉर्ड अभी तक कायम हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में अभी तक कोई निर्दलीय जीत हासिल नहीं कर पाया है. विधानसभा के डिलिमिटेशन के बाद मेवा सीट को भोरंज नाम से जाने जाना लगा. (Congress Candidate Suresh Kumar)
भोरंज विधानसभा का मतदान प्रतिशत:भोरंज विधानसभा क्षेत्र में हमीरपुर जिला के अन्य विधानसभा क्षेत्रों के मुकाबले मतदान प्रतिशत में अधिक बढ़ोतरी देखने को मिली. इस बार भोरंज विधानसभा सीट पर 68.55 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. भोरंज के 101 मतदान केंद्रों पर इस बार क्षेत्र के 68.55 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. क्षेत्र के कुल 81,179 में से 55,650 मतदाताओं ने वोट डाले. इनमें से 30,766 महिलाएं और 24,884 पुरुष मतदाता शामिल हैं.