नई दिल्ली:पीसी चाको ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफे देते हुए आरोप लगाया कि पार्टी के भीतर समूहवाद हावी है. उन्होंने कहा कि केरल कांग्रेस में किसी भी प्रकार का लोकतंत्र नहीं है. इसके साथ-साथ चाको ने कहा कि मैं कांग्रेस में जी-23 की खातिर शामिल नहीं हुआ था. उन्होंने कहा कि मैंने जो सवाल उठाए हैं, वह पार्टी के लिए महत्वपूर्ण हैं.
इस पूरे मामले पर कांग्रेस के सीनियर लीडर आनंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एतिहासिक है और आंतरिक मु्दों पर चर्चा के लिए खड़ी हुई है. उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का इतिहास गवाह है कि इस पार्टी में मुद्दों पर लगातार बहस की जाती है और आगे भी होती रहेगी. आनंद शर्मा ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दिनों से यह परंपरा चली आ रही है जब महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल और सुभाष चंद्र बोस हुआ करते थे.
चाको के मुद्दे पर आनंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस में कोई दो समूह नहीं हैं. केवल एक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस है, जिसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के सामने सिर्फ एक मकसद है और वह है बीजेपी को इन विधानसभा चुनावों में हराना. आनंद शर्मा के इस बयान को जी-23 के लिए एक राहतभरा वाला माना जा सकता है. बता दें, जम्मू में जी-23 के सम्मेलन में काग्रेस नेताओं ने पार्टी नेतृत्व पर आरोप लगाए थे.