आगरा:कोटा-पटना एक्सप्रेस में सफर के दौरान 12 श्रद्धालुओं की तबीयत खराब हो गई. उल्टी और दस्त की शिकायत होने पर तत्काल कंट्रोल रूम को सूचना दी गई. सूचना के बाद आगरा कैंट स्टेशन पर रेलवे, आरपीएफ और जीआरपी ने श्रद्धालुओं और यात्रियों को अटेंड किया. इस दौरान 2 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 6 श्रद्धालुओं को गंभीर हालत में रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां से एक श्रद्धालु की हालत गंभीर देखते हुए एसएन मेडिकल काॅलेज में भर्ती कराया गया. रेलवे ने सभी श्रद्धालुओं के परिजनों को सूचना दे दी है.
रेलवे अस्पताल में भर्ती:एनसीआर रेलवे के आगरा मंडल की पीआरओ प्रशस्त्रि श्रीवास्तव ने बताया कि कंट्रोल रूम को कोटा-पटना एक्सप्रेस में यात्रियों और श्रद्धालुओं की तबीयत खराब होने की सूचना मिली थी. इस पर तत्काल रेलवे, जीआरपी और आरपीएफ की टीम मौके पर आगरा कैंट स्टेशन पहुंच गई. जहां कोटा-पटना एक्सप्रेस के S-2 कोच में सवार रायपुर निवासी कुमारी बाई और रामा निषाद की मौत हो चुकी थी, जबकि यात्री लोकेश्वर यादव, प्रभा बाई, रंभा बाई साहू और सोनिया बघेल सहित 2 अन्य यात्रियों को गंभीर हालत में रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया. रेलवे अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि प्रथम दृष्टया डिहाइड्रेशन की वजह से ऐसा हुआ है.
बोल बम यात्रा में शामिल थे 90 श्रद्धालु:रायपुर निवासी जयराम नैनवानी ने मीडिया से बताया कि वह सभी लोग बोल बम की यात्रा पर भगवान शिव को जल चढ़ाने निकले हैं. हर साल वह सावन मास में इस यात्रा पर निकलते हैं. इस साल भी वह रायपुर से 14 अगस्त 2014 की रात 90 श्रद्धालुओं के दल के साथ वाराणसी के लिए निकले थे. इस यात्रा में जिसमें 70 महिलाएं और 20 पुरुष श्रद्धालु शामिल हैं. 15 अगस्त को वह सभी वाराणसी पहुंचे थे. जहां काशी विश्वनाथ बाबा के दर्शन करने के बाद सभी लोग 19 अगस्त की शाम को कोटा-पटना एक्सप्रेस से मथुरा के लिए रवाना हुए. कोटा-पटना एक्सप्रेस के S-1, S-2 और S-3 कोच में सभी लोग सवार थे.