हैदराबाद : एशिया की सबसे बड़ी देवदुला वाटर टनल (Devadula water tunnel) का काम पूरा हो चुका है. इसका काम 2008 में काम शुरू हुआ था.
प्रारंभ में रामप्पा तालाब से धर्मसागर तालाब तक लगभग 55 किमी खुदाई करने का निर्णय लिया गया. जियो इंजीनियरों ने चिंता व्यक्त की थी कि विस्फोट से रामप्पा मंदिर को नुकसान हो सकता है. इसके साथ ही सरकार ने मुलुगु जिले के जकारम से हनुमाकोंडा जिले के देवन्नापेटा तक 7 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाने और सुरंग खोदने का फैसला किया है.
2011 में चालिवागु के तहत काम करते हुए तीन लोगों की बह जाने से मौत हो गई. तेलंगाना राज्य के गठन के बाद 2016 में 1494 करोड़ रुपये के अनुमान के साथ काम फिर से शुरू हुआ. सरकार ने तब से सुरंग निर्माण कार्यों की जिम्मेदारी मेघा कंपनी को सौंप दी है.