मुजफ्फरपुर: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और उनके बेटे उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दायर हुआ है. मामला स्टालिन के सनातन पर दिए गए विवादित बयान से जुड़ा है. मुजफ्फरपुर के वकील सुनील कुमार ओझा ने मुजफ्फरपुर सिविल कोर्ट में उदयनिधि के खिलाफ परिवाद दायर कराया है. परिवादी ने आरोप लगाया है कि तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि के सनातन धर्म को लेकर दिए गए विवाद बयान के कारण पूरे देश के हिंदुओं की भावना को ठेस पहुंची है.
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''उदयनिधि के इस बयान से पूरे देश में हिंदू और सनातन धर्म को मानने वाले करोड़ों लोगों की धार्मिक भावना आहत हुई है. राजनीतिक लाभ लेने के उद्देश्य से अभियुक्त ने इस तरह का बयान दिया है. ऐसे में अभियुक्तों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए. कोर्ट ने परिवाद को स्वीकार कर लिया है. इस मामले पर कोर्ट 14 सितंबर को सुनवाई करेगा.''- सुनील कुमार ओझा, अधिवक्ता एवं परिवादी
स्टालिन और उनके बेटे उदयनिधि पर परिवाद दायर : उदयनिधि के इस विवादित बयान के बाद पूरे देश में सियासी घमासान छिड़ा हुआ है. इसी बीच मुजफ्फरपुर के अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने सिविल कोर्ट में उदयनिधि के खिलाफ परिवार दायर किया है. आरोप है कि उदयनिधि ने सोची समझी साजिश के तहत बीते दो सितंबर को चेन्नई में एक बयान दिया जो टीवी चैनलों और अन्य समाचार पत्रों में प्रमुखता से छपी.
सनातन पर विवादित बयान देकर फंसे उदयनिधि : दरअसल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य में मंत्री उदयनिधि ने पिछले दिनों सनातन धर्म को खत्म करने की बात कहते हुए इसकी तुलना मलेरिया, डेंगू, कोरोना जैसी बीमारी से की थी. उन्होंने कहा था कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं करना चाहिए, बल्कि नष्ट कर देना चाहिए. तमिलनाडु प्रगतिशील लेखक एवं कलाकार संघ द्वारा आयोजित की गई बैठक को तमिल में संबोधित करते हुए उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म का उल्लेख 'सनातनम' के तौर पर किया था. उन्होंने कहा, सनातनम क्या है? यह संस्कृत भाषा से आया शब्द है.
कांग्रेस ने किया उदयनिधि स्टालिन के बयान से किनारा: बता दें कि उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को डेंगू मलेरिया और कोरोना कहकर उसको खत्म कर देने की बात मंच से कही थी. उनके इस बयान के सामने आने के बाद से बीजेपी और एनडीए गठबंधन के नेता लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. हालांकि कांग्रेस ने उदयनिधि स्टालिन के बयान से किनारा कर लिया है. उदयनिधि तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन के बेटे हैं और वो खुद एक जिम्मेदार मंत्री के तौर पर तमिलनाडु सरकार में काम कर रहे हैं.