नई दिल्ली: नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. इस मामले में आपत्तिजनक बयानबाजी करने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एक नए विवाद में घिर गए हैं. केजरीवाल और खड़गे समेत कुछ अन्य नेताओं पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की जाति का जिक्र करते हुए भड़काऊ बयान देने के आरोप में इनके खिलाफ नई दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में शिकायत दर्ज की गई है.
शिकायत में कहा गया है कि राजनीतिक फायदे के लिए केजरीवाल और खड़गे ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के आयोजन पर बात करते हुए ऐसे बयान दे दिए जिसने दो समुदायों/समूहों के खिलाफ दुश्मनी पैदा होने और भारत सरकार के खिलाफ अविश्वास पैदा होने का खतरा है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को निमंत्रण नहीं दिए जाने को लेकर चार ट्वीट कर सरकार को घेरते हुए कहा था कि ऐसा लगता है कि मोदी सरकार दलित और जनजातीय समुदायों से राष्ट्रपति केवल चुनावी वजहों से बनाती है. जब संसद भवन का शिलान्यास हुआ था, तब तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को निमंत्रण नहीं दिया गया था. अब उद्घाटन कार्यक्रम में द्रौपदी मुर्मू को निमंत्रण नहीं दिया गया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू देश की प्रथम नागरिक हैं. वह अकेले सरकार और विपक्ष के साथ ही हर नागरिक का प्रतिनिधित्व करती हैं. नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति करतीं तो ये लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सरकार के कमिटमेंट का प्रतीक होता.