दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

गंगा-जमुनी तहजीब की अनूठी मिसाल, जेल में सुंदरकांड के पाठ के साथ हो रही नमाज

गोंडा मंडल जेल (Divisional Jail Gonda) ने गंगा-जमुनी तहजीब की अनूठी मिसाल पेश की गयी है. इस जेल में एक तरफ गायत्री मंत्र और सुंदरकांड का पाठ होता है. वहीं दूसरी तरफ मुस्लिम भाई नमाज अदा करते हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat

By

Published : Nov 23, 2022, 1:56 PM IST

गोंडा: मंडल कारागार (Divisional Jail Gonda) में अनोखा दृश्य देखने को मिला है. गोंडा के मंडल जेल में सुबह-शाम जहां एक तरफ गायत्री मंत्र और मंगलवार व शनिवार को सुंदरकांड का पाठ पढ़ा जाता है. वहीं दूसरी ओर जेल में गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश करते हुए मुस्लिम भाई अपना नमाज अदा कर रहे हैं. कैदियों का मानना है कि इससे वह धीरे-धीरे अपने में सुधार महसूस कर रहे हैं और वह आने वाले समय में निश्चय कर रहे हैं कि वह अपराध से दूर रहेंगे.

गोंडा जेल में साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल

पुलिस के मुताबिक, मंडल कारागार गोंडा में हर रोज सुबह-शाम गायत्री मंत्र का पाठ किया जाता है. इसके अलावा जेल परिसर में मंगलवार और शनिवार को जेल में सुंदरकांड का पाठ का आयोजन किया जाता है. वहीं दूसरी ओर, मुस्लिम भाई जेल में ही अपनी नमाज अदा करते है. कारागार में इस समय 1264 कैदी बंद है. जिन पर हत्या, लूट, तस्करी सहित अन्य अपराधिक वारदातों में शामिल होने का आरोप है. ऐसे में उन्हें मानसिक रूप से स्वस्थ बनाने के लिए जेल प्रशासन कई गतिविधियों का संचालन कर रहा है. जेल में कैदियों को योग सिखाया जा रहा है.

जेल में बंद कैदी ध्यानमग्न होकर सुंदरकांड का करते है जाप :इस बारे में जेल में बंद कैदियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जेल में सुबह शाम गायत्री मंत्र का पाठ होता है. वहीं, मंगलवार और शनिवार को सुंदरकांड पाठ पढ़ा जाता है. यहां के कैदी ध्यानमग्न होकर इसका जाप करते है, जिससे मन को शांति मिलती है.

इस संबंध में जेलर शिव प्रताप मिश्रा का कहना है कि इस जेल में 1264 कैदी बंद है. जेल में सुबह शाम गायत्री मंत्र होता है तो वहीं मंगलवार-शनिवार को सुंदरकांड का पाठ होता है. इस दौरान जेल प्रशासन के अधिकारी और जेल में बंद कैदी सुंदरकांड का पाठ पढ़ते है. इन गतिविधियों से जुड़ने के बाद कैदियों के व्यवहार में काफी बदलाव आया है. वह अपनी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में ले जाने लगे हैं. कुछ 4-5 कैदियों के आचरण में सुधार को देखते हुए उनको जेल से रिहा कर दिया गया है. इससे कैदियों को प्रेरणा मिली है.

यह भी पढ़ें:मौलाना ने महिला के साथ झाड़-फूंक के नाम पर 6 माह तक किया दुष्कर्म, बेटे को लटकाया फांसी पर

ABOUT THE AUTHOR

...view details