चेन्नई:तेलंगाना की राज्यपाल डॉ तमिलिसाई सुंदरराजन ने ट्वीट कर कहा, 'तमिलनाडु राजनीतिक रूप से संवेदनशील है. लेकिन मेरा अनुरोध है, जो भी वैचारिक मतभेद हो, चाहे सरकार या अन्य राजनीतिक दलों के बीच, टिप्पणियां बहुत सुसंस्कृत होनी चाहिए.'
उन्होंने कहा,' कुछ लोग उच्चाधिकारियों के खिलाफ भद्दी भाषा का प्रयोग कर टिप्पणी कर रहे हैं. हम सब संस्कारी बनें और हम सब मैत्रीपूर्ण बनें. यहां तक कि अगर कोई मतभेद है, तो इसे मैत्रीपूर्ण तरीके से व्यक्त किया जा सकता है.' द्रमुक सदस्य शिवाजी कृष्णमूर्ति के यह कहे जाने के एक दिन बाद कि क्या उन्हें उन पर हमला करने का अधिकार है, तेलंगाना की राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल तमिलिसाई ने शनिवार को कहा कि चाहे राज्यपाल या अन्य राजनीतिक दलों के बीच या राजनीतिक दलों के बीच राय का अंतर चाहे जो भी हो.
टिप्पणियां बहुत सुसंस्कृत होनी चाहिए. बता दें कि इससे पहले, डीएमके के शिवाजी कृष्णमूर्ति ने कहा कि अगर वह ( तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि) अपने विधानसभा भाषण में अंबेडकर का नाम लेने से इनकार करते हैं, तो क्या मुझे उन पर हमला करने का अधिकार नहीं है. यदि आप (राज्यपाल) सरकार द्वारा दिए गए भाषण को नहीं पढ़ते हैं, तो कश्मीर जाएं और हम आतंकवादी भेजेंगे ताकि वे आपको मारकर गिरा सकें.'
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बताते चलें कि मुख्यमंत्री स्टालिन का आरोप है कि विधानसभा में राज्यपाल को सरकार की ओर से दिए गए अभिभाषण को पढ़ना था. लेकिन, उन्होंने इसे दरकिनार कर दिया और खुद अपनी तरफ से बोलने लगे. डीएमके की तरफ से इस संबंध में राष्ट्रपति से भी शिकायत की गई है. वहीं, डीएमके नेता कृष्णमूर्ति की विवादित टिप्पणी के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने मोर्चा खोल दिया और तत्काल गिरफ्तारी की मांग की.