हजारीबाग :रंगीन गोभी की खेती, क्यों सुनकर ही चौंक गए. लेकिन जब आप भी इसे देखेंगे तो हैरान हो जाएंगे. सफेद और पीलापन की तासीर लिए साधारण फूलगोभी की खेती साधारणतः हर कोई करता है. हजारीबाग में रंगीन फूलगोभी की खेती हो रही है. हजारीबाग के एक किसान के खेतों में बैगनी और पीले रंग की फूलगोभी उनके खेत की शोभा बढ़ा रहे हैं.
हजारीबाग कृषि प्रधान क्षेत्र है. यहां के किसान हमेशा कुछ नया उपजाने की कोशिश करते हैं. ऐसे में हजारीबाग की पहचान महानगरों तक हुई है. हजारीबाग में फूलगोभी की खेती होती है. लेकिन हजारीबाग के ही सुखदेव राणा जो कटकमदाग प्रखंड के पूंदरी गांव निवासी हैं. उन्होंने अपने खेत में रंगीन फूलगोभी की खेती करने की कोशिश की है. कहा जाए तो अभी यह ट्रायल बेसिस पर है लेकिन उन्हें सफलता मिल गई है. अब अगले सीजन में हजारीबाग का रंगीन फूलगोभी का स्वाद महानगरों तक लोग चख पाएंगे.
हजारीबाग में रंगीन फूलगोभी हजारीबाग के किसान अपनी दमदार उपस्थिति बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली के बाजारों में दिखा चुके हैं. हजारीबाग का उपजाया हुआ तरबूज, धनिया पत्ता, परवल, टमाटर का स्वाद महानगर तक पहुंच चुकी है. कहा जाए तो टमाटर और धनिया पत्ता विदेशों तक पहुंच रहा है. आने वाले समय में हजारीबाग का उपजाया हुआ रंगीन फूलगोभी का स्वाद भी लोग अब चख पाएंगे. हजारीबाग के प्रगतिशील किसानों में से एक सुखदेव राणा ने अपने खेतों में इन दिनों ट्रायल बेसिस पर रंगीन फूलगोभी की खेती की है. उन्होंने कुछ पौधे लगाए थे, जिनमें आज रंगीन फूलगोभी खेतों में लहरा रहा है. बैगनी और पीला रंग की फूलगोभी खेतों की सुंदरता बढ़ा दी है.
हजारीबाग में रंगीन फूलगोभी फूलगोभी प्राय: सफेद रंग या हल्का पीलापन लिए ही होता है. जिसे हम लोग बाजारों में देखते हैं. वर्तमान समय में हजारीबाग में ब्रोकली की खेती हो रही है. जो एक तरह से कहा जाए तो फूलगोभी की तरह का ही फसल है. लेकिन रंगीन बैगनी और पीले रंग की फूलगोभी शायद ही आपने देखा हो. सुखदेव राणा बताते हैं कि हाल के दिनों में रांची में लगे मेले में उन्होंने कुछ बीज इसका खरीदा था और अपने खेतों में लगाया. ऐसा कहा जा रहा था कि यह पौधा हजारीबाग में सक्सेस नहीं करेगा. लेकिन सुखदेव राणा ने सोचा कि जब सामान्य फूलगोभी यहां हो सकता है तो रंगीन क्यों नहीं. ऐसे में उन्होंने उचित खाद दिया और पौधे की सेवा भी की. आज उनके खेत में बैगनी और पीले रंग की फूलगोभी लहलहा रही है.
सुखदेव ने पीला और बैगनी रंग की फूलगोभी पहला बार लगाया है. इस कारण कई पदाधिकारियों को भी उन्होंने तोहफा स्वरूप दिया है. उन लोगों ने इसका स्वाद बेहतर बताया. आने वाले समय में सुखदेव राणा बड़े पैमाने पर रंगीन फूलगोभी अपने खेतों में लगाने की योजना बना रहे हैं. कहा जाए तो 1 साल के बाद हजारीबाग के लोग भी रंगीली फूलगोभी का स्वाद ले पाएंगे और यहां की रंगीन फूलगोभी महानगरों में भी जाकर हजारीबाग को अलग पहचान बनाएगा.
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