सिलक्यारा टनल में मजदूरों का विरोध प्रदर्शन उत्तरकाशी (उत्तराखंड): उत्तरकाशी के सिलक्यारा में एक ओर जहां रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है, वहीं एक अजीब स्थिति भी पैदा हो गई है. सुरंग के दुर्घटनास्थल पर मजदूरों ने विरोध प्रदर्शन कर दिया है. एक तरफ टनल के अंदर जोरदार ढंग से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. दूसरी तरफ टनल के मलबे में फंसे श्रमिकों के साथियों ने प्रोटेस्ट शुरू कर दिया है.
सिलक्यारा टनल में मजदूरों ने किया विरोध प्रदर्शन:रविवार 12 नवंबर को उत्तरकाशी के सिलक्यारा में चारधाम रोड परियोजना की टनल में भू धंसाव हो गया था. देखते ही देखते 40 मजदूर मलबा आने के कारण टनल के अंदर फंस गए थे. आनन फानन में रेस्क्यू कार्य शुरू किया गया. इस दौरान पता चला कि रेस्क्यू करना इतना आसान नहीं है. तब ड्रिल करने के लिए ऑगर मशीन मंगाई गई. ऑगर मशीन से ड्रिलिंग करते समय ताजा मलबा टनल में गिरने लगा. इससे रेस्क्यू की रफ्तार धीमी हो गई. अब एयरफोर्स की मदद से हैवी ऑगर ड्रिलिंग मशीन मंगाने की कार्रवाई चल रही है. चार दिन बाद भी टनल के मलबे में फंसे 40 मजदूरों का रेस्क्यू नहीं होने के कारण उनके साथी आज आक्रोशित हो गए.
मजदूरों को जल्द निकालने की मांग:आज सुबह टनल में फंसे मजदूरों के साथियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. उनका कहना है कि जल्द से जल्द रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया जाए. मजदूरों का कहना है कि उनके साथियों की जान खतरे में है. ऐसे में जितनी जल्दी रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा करके उनके साथियों को टनल से बाहर निकाल लिया जाए, उतना ही अच्छा होगा. मजदूरों के विरोध प्रदर्शन ने प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है. प्रशासन के लोग टनल पर विरोध प्रदर्शन कर रहे मजदूरों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं. फिलहाल प्रदर्शनकारी मजदूर मानने को तैयार नहीं है.
60 से ज्यादा मजदूर कर रहे विरोध प्रदर्शन: मौके पर लगभग 60 से 65 मजदूर हंगामा कर रहे हैं. उनका आरोप है कि अब तक बचाने के लिए जो काम हो रहे हैं, वह नाकाफी हैं और लगातार देरी होती जा रही है. मजदूर इस बात की मांग भी कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद ग्राउंड के हालात को देखकर निर्णय करें कि आखिरकार टनल से जुड़े अधिकारी इस मामले में क्या कुछ कर रहे हैं.
सिलक्यारा में जारी है रेस्क्यू ऑपरेशन:दूसरी तरफ सिलक्यारा टनल में युद्ध स्तर पर रेस्क्यू अभियान जारी है. ऑगर मशीन से सावधानी से ड्रिलिंग की जा रही है. सावधानी इसलिए कि टनल के ऊपरी हिस्से से रह रहकर मलबा गिर रहा है. और मलबा नीचे नहीं गिरे, इसलिए ड्रिलिंग कर रही टीम विशेष सावधानी बरत रही है. इसके साथ हीऑगर मशीन के लिये प्लेटफॉर्म और ड्रिलिंग का कार्य प्रगति पर है. दिल्ली से हैवी ऑगर ड्रिलिंग मशीन को भी एयरलिफ्ट किया जा रहा है.
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