कोयंबटूर:लगभग 25 परिवारों के समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले जोड़े राजलक्ष्मी और जयपाल ने अपने क्षेत्र में आदिवासी लोगों के लिए आवास सुरक्षित करने के लिए तीन साल के अहिंसक विरोध प्रदर्शन की शुरुआत की. उचित घरों के बिना तंबू में रहते हुए उन्होंने धरना और भूख हड़ताल की. औपचारिक रूप से अधिकारियों को अपनी समस्या बताई, लेकिन उन्हें तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली.
वन विभाग के बेदखली आदेशों का सामना करते हुए भी राजलक्ष्मी और जयपाल ने बिना किसी डर के अपना शांतिपूर्ण विरोध जारी रखा. उनकी अटूट प्रतिबद्धता ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन का ध्यान आकर्षित किया, जिन्होंने उनके अहिंसक तरीकों के जवाब में, 2021 में उनके समुदाय को 12 एकड़ जमीन प्रदान की.
उनकी उल्लेखनीय यात्रा की मान्यता में मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन ने जोड़े को प्रतिष्ठित गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने की सिफारिश की. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की मंजूरी के साथ, राजलक्ष्मी और जयपाल अब अपने समुदाय के कल्याण के प्रति समर्पण के लिए सम्मानित होने के लिए दिल्ली जा रहे हैं.
राजलक्ष्मी ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, 'हमें जिस 12 एकड़ जमीन की जरूरत थी उसे वापस पाने के लिए हमने महात्मा गांधी के अहिंसक तरीके से लड़ाई लड़ी. हमें खुशी है कि हम सफल हुए हैं. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को बधाई. लोगों की ओर से हार्दिक धन्यवाद.'