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कोयला उत्पादन में बना नया रिकॉर्ड, पिछले साल की तुलना में 24.91 प्रतिशत ज्यादा

देश में मई के पहले पखवाड़ा तक कोयला उत्पादन रिकॉर्ड 33.94 मिलियन टन तक पहुंच गया. जबकि पिछले साल यानी 2021 में यह 24.91 मीट्रिक टन था. कोयला मंत्रालय का मानना है कि आने वाले मानसून के मौसम में बिजली की मांग में वृद्धि होगी जिससे कोयले की मांग और बढ़ेगी. इसलिए राज्यों को कहा है कि वह मानसून के लिए अपने राज्य में स्टॉक कर लें.

कोयला उत्पादन
कोयला उत्पादन

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Published : May 25, 2022, 6:44 AM IST

नई दिल्ली :केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि देश में मई के मध्य में कोयला उत्पादन रिकॉर्ड 33.94 मिलियन टन तक पहुंच गया. जबकि पिछले साल यानी 2021 यह 24.91 मीट्रिक टन था. एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, "मई 2022 के पहले पखवाड़ा में कुल कोयला उत्पादन बढ़कर 33.94 मिलियन टन हो गया, जो पिछले साल की समान अवधि के दौरान 24.91 मीट्रिक टन के उत्पादन की तुलना में 36.23 प्रतिशत की वृद्धि हासिल करता है."

इसके अलावा, 15 मई, 2022 तक कुल कोयला डिस्पेच 37.18 मीट्रिक टन था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 15.87 प्रतिशत ज्यादा है. कोयला मंत्रालय ने कहा कि कुल कोयला प्रेषण (गैर-कोल इंडिया लिमिटेड कोयला उत्पादक इकाइयों सहित) अप्रैल, 2022 के लिए 71.77 मीट्रिक टन रहा है, जो साल-दर-साल आधार पर 9.39 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करता है.

इसने आगे कहा कि देश में कुल कोयला उत्पादन अप्रैल 2022 में बढ़कर 67 मिलियन टन (एमटी) हो गया, जिसमें 29.80 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि की है. अधिकारियों के अनुसार, कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने उत्पादन बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और अप्रैल 2022 के महीने में अपना उच्चतम मासिक कोयला उत्पादन 53.47 मीट्रिक टन दर्ज किया है, जो साल-दर-साल आधार पर 27.64 प्रतिशत की वृद्धि है. सीआईएल देश भर में बिजली उत्पादन संयंत्रों को अधिकांश कोयले का उत्पादन और आपूर्ति करती है.

इसके अलावा, 15 मई, 2022 तक, कोल इंडिया लिमिटेड का उत्पादन 26.35 मीट्रिक टन रहा है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 19.60 मीट्रिक टन के उत्पादन से 34.44 प्रतिशत अधिक है. सीआईएल से कोयले का कुल डिस्पेच अप्रैल 2022 में 57.50 मीट्रिक टन था, जो अप्रैल 2021 में 54.23 मीट्रिक टन था, जो 6.03 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बिजली संयंत्रों को कुल डिस्पेच (गैर-सीआईएल उत्पादन सहित) अप्रैल 2021 में 52.32 मीट्रिक टन की तुलना में 61.69 मीट्रिक टन के स्तर पर रहा है, जिसमें 17.91 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है.

एक अधिकारी ने कहा, "कोयला मंत्रालय निरंतर आर्थिक विकास और मौसमी कारकों के कारण देश में बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने के लिए कोयला उत्पादन और डिस्पेच को और बढ़ाने के सभी प्रयास जारी रखे हुए है. पिछले हफ्तों में कोयला मंत्रालय ने राज्यों को सम्मिश्रण उद्देश्यों के लिए अधिक कोयले का आयात करने और उनके बकाया राशि को चुकाने के लिए निर्देश दिए थे. मंत्रालय ने आने वाले मानसून के मौसम में बिजली की मांग में वृद्धि का अनुमान लगाया है जिससे कोयले की मांग और बढ़ेगी.

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