नई दिल्ली: कोयला कंपनियों द्वारा देश के कोयला और उसके आसपास के 2,400 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में 50 लाख से अधिक पौधे लगाकर हरित आवरण (ग्रीन कवर) के तहत लाने के लक्ष्य को इस साल पार कर जाने की उम्मीद है. सरकार ने मंगलवार को यह बात कही. कोयला क्षेत्र की हरित पहल से 2030 तक अतिरिक्त वन और वृक्ष आवरण के माध्यम से 2.5 से तीन अरब टन कार्बन डाई ऑक्साइड के बराबर अतिरिक्त कार्बन सिंक उत्पन्न करने में मदद मिलेगी.
कोयला कंपनियां इस साल 2,400 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र को हरित आवरण में लाएंगी - कोयला क्षेत्र की हरित पहल
कोयला खनन क्षेत्रों में हरियाली अभियान जोरों पर है. वहीं 15 अगस्त तक लगभग 1,000 हेक्टेयर भूमि को पहले ही ब्लॉक एवं छायादार पथ पौधरोपण, चरागाह विनिर्माण, बांस रोपण और उच्च तकनीक की खेती के माध्यम से कवर किया जा चुका है.
कोयला खनन क्षेत्रों में हरियाली अभियान जोरों पर है. वहीं 15 अगस्त तक लगभग 1,000 हेक्टेयर भूमि को पहले ही ब्लॉक एवं छायादार पथ पौधरोपण, चरागाह विनिर्माण, बांस रोपण और उच्च तकनीक की खेती के माध्यम से कवर किया जा चुका है. कोयला मंत्रालय ने बयान में कहा कि अबतक की उपलब्धियों के साथ कोयला कंपनियों को इस साल के हरित लक्ष्य को पार करने का विश्वास है.
वैश्विक ऊर्जा संकट के मौजूदा समय में कोयला कंपनियों ने न केवल देश की बढ़ती ऊर्जा मांग को पूरा किया है बल्कि पर्यावरण के प्रति अपनी संवेदनशीलता और सावधानी भी दिखाई है.