नई दिल्ली : प्राकृतिक गैस (Natural Gas) की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बाद दिल्ली-एनसीआर में कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) एक बार फिर महंगी हो गई है. IGL द्वारा सीएनजी के दाम (CNG Price in Delhi) 3 रुपये प्रति किलो बढ़ाने के साथ साथ PNG के दाम में भी 3 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. शनिवार से बढ़े हुए रेट लागू हो जाने के बाद से दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम और गाजियाबाद समेत कई उत्तर भारतीय शहरों में शनिवार 8 अक्टूबर से सीएनजी की कीमतें बढ़ गयीं हैं. इसी के साथ करनाल, कानपुर और मुजफ्फरनगर जैसे शहरों में भी कीमतें बढ़ेंगी.
मुंबई में महानगर गैस के आंकड़ों के आधार पर देखें तो 2022 में सीएनजी की कीमत में सातवीं बार बढ़ोतरी की गयी है. प्राकृतिक गैस की वैश्विक कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी के बाद भारत में 1 अक्टूबर से अब तक 40% की बढ़ोतरी देखी गयी है. अगर पुराने आंकड़ों पर गौर किया जाय तो पता चलता है कि पिछले 20 महीने में सीएनजी के दाम 49.40 से बढ़कर 86 रुपए हो गए हैं.
इसके अलावा केवल दो बार दाम घटाए भी गए हैं...
क्या है सीएनजी
सीएनजी को हिंदी भाषा में संपीडित प्राकृतिक गैस और अंग्रेज़ी भाषा में Compressed Natural Gas अर्थात् संक्षेप में CNG कहा जाता है. यह प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाली ज्वलनशील गैस होती है, जिसे अत्यधिक दबाब के अन्दर रखकर तरल (Liquid) बना दिया जाता है. इस प्राकृतिक गैस को तरल बनाकर इंधन के रूप में यूज किया जाता है. फिलहाल इस गैस का उपयोग वाहनों में किया जा रहा है. इस गैस का वाहनों में उपयोग करने के लिए 200 से 250 किलोग्राम प्रति वर्ग से.मी. तक दबाया जाता है. प्राकृतिक गैस को दबाकर कम करने का प्रमुख उद्देश्य यह होता है कि गैस का आयतन कम हो जाए. प्राकृतिक गैस की तरह सी.एन.जी. भी रंगहीन, गंधहीन और विषहीन होती है. पूरी दुनिया में लगभग 1 करोड़ 20 लाख वाहन वर्तमान में प्राकृतिक गैस द्वारा ही संचालित होते हैं. दिन प्रतिदिन अधिक से अधिक कंपनियां और नगर पालिकाएं सीएनजी को बढ़ावा देने के आंदोलन में शामिल हो रही हैं. सीएनजी का उपयोग ऑटो-रिक्शा, पिकअप ट्रक, स्कूल बसों और ट्रेनों आदि में भी किया जाने लगा है. साथ ही खेती बारी के उपकरण भी सीएनजी से चलने लगे हैं.
Compressed Natural Gas को डीजल और पेट्रोल जैसे ईधनों के कारण हो रहे प्रदूषण को देखते हुए सबसे पहले साल 1930 में ईंधन के रूप में इस्तेमाल करने का विचार आया. विदेशों में काफी सालों से इस गैस का उपयोग किया जा रहा है. जबकि भारत की बात करे बीते कुछ सालों से इस गैस को ईंधन के रूप में प्रयोग किया जाने लगा है.
Compressed Natural Gas- सीएनजी के कई लाभ होते हैं. पर्यावरण के लिहाज से यह गैस बेहतर मानी जाती है. पेट्रोल और डीजल की तुलना में यह कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और जैविक गैसें कम उत्सर्जित करती है. पैट्रोल और डीजल गाड़ियों की तुलना में सी.एन.जी. का खर्च भी कम होता है. इसीलिए धीरे धीरे इसकी मांग बढ़ती जा रही है और तेजी से देशभर में सीएनजी के सर्विस स्टेशन खुल रहे हैं.
CNG के फायदे
- पेट्रोल डीजल की तुलना में सस्ती
- माइलेज पेट्रोल डीजल की तुलना में अधिक
- धुएं से पर्यावरण को किसी भी तरह से नुकसान नहीं
- वाहन की इंजन की क्षमता बढ़ाने में सहयोगी
- इंजन को साफ रखने में मदद
- इंजन की आवाज कम होने से ध्वनि प्रदूषण कम
- किट और अन्य सामान सस्ते दर पर उपलब्ध
- सरकार द्वारा मिल रही छूट
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