नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने बुधवार को संसद को बताया कि जनवरी 2016 से अक्टूबर 2021 तक जम्मू एवं कश्मीर के संबंध में सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईआई) (Center for Monitoring Indian Economy) द्वारा अनुमानित की गई बेरोजगारी की मासिक समय सीमा भारी उतार चढ़ाव को दर्शाती है लेकिन सरकारी आंकड़ों बताते हैं कि वहां बेरोजगारी की दर के अनुमान में उतार-चढ़ाव 5.1 प्रतिशत और 6.7 प्रतिशत के बीच रहा है.
राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि सीएमआईआई एक व्यापारिक सूचना केंद्र है, जो स्वयं अपने द्वारा तैयार किए गए मानदंडों और प्रक्रियाओं के आधार पर बेरोजगारी के आंकड़ों से संबंधित सूचना को संकलित करता है.
उन्होंने कहा, 'जनवरी 2016 से अक्टूबर 2021 तक जम्मू और कश्मीर संघ राज्य क्षेत्र के संबंध में सीएमआईआई द्वारा अनुमानित की गई बेरोजगारी की मासिक समय भारी उतार-चढ़ाव दर्शाती है.'
उन्होंने कहा, 'हालांकि जुलाई 2017 से जून 2020 के दौरान राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ), द्वारा किए गए आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण में जम्मू और कश्मीर में सामान्य स्थिति में बेरोजगारी की दर के अनुमान में उतार-चढ़ाव 5.1 प्रतिशत और 6.7 प्रतिशत के बीच रहा है.'
राय ने कहा कि सरकार में खाली पदों की संख्या में काफी कमी आई है ओर यह 80,000 से भी कम है क्योंकि जम्मू और कश्मीर राज्य क्षेत्र में बेरोजगारी के मुद्दे का समाधान करने और खाली पदों को भरने के लिए सरकार द्वारा कई उपाय किए गए हैं.