लखनऊ :श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि महाराज ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर उन्हें 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के लिए आमंत्रित किया. मुख्यमंत्री आवास पर सीएम योगी से मिलकर ट्रस्ट के लोगों ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने के लिए आमंत्रण पत्र दिया. साथ ही 11 नवम्बर को अयोध्या में दीपोत्सव पर होने वाले आयोजन की तैयारी पर भी चर्चा की गई.
श्री राम जन्मभूमि ट्रस्टी की तरफ से पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी 22 जनवरी को प्रस्तावित राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में आने का आमंत्रण पत्र दिया गया था. जिसके बाद अब सीएम योगी को भी आमंत्रण पत्र शुक्रवार को दिया गया. ट्रस्ट की तरफ से अन्य प्रमुख लोगों को भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने के लिए आमंत्रित किए जाने का कार्यक्रम शुरू किया जाएगा. श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि हम सब लोग 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के लिए सीएम योगी को निमंत्रण देने आए थे. हम सभी रामभक्त प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर काफी उत्साहित हैं. रामलला अपने मंदिर में विराजेंगे. अयोध्या मुक्ति और मोक्ष की नगरी है, जो लंबे समय बाद अपने मूल रूप में आ रही है. अयोध्यावासी भी खूब उत्साहित हैं और अगले साल जनवरी महीने में प्रस्तावित इस राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर आनंदित भी हैं. पूरे देश में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर उत्सव का माहौल है.
उल्लेखनीय है कि श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति यज्ञ से श्री गोरक्षपीठ सतत जुड़ा रहा है. ब्रितानी परतंत्रता काल में श्रीराम मंदिर के मुद्दे को स्वर देने का कार्य मुख्यमंत्री योगी के दादागुरु महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज ने किया था. उनके ब्रह्मलीन होने के उपरांत अपने गुरुदेव के संकल्प को महंत अवेद्यनाथ जी महाराज ने अपना बना लिया. जिसके बाद श्री राम मंदिर निर्माण आंदोलन के निर्णायक संघर्ष का सूत्रपात हुआ. 1984 में जब अयोध्या के वाल्मीकि भवन में श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति यज्ञ समिति का गठन हुआ था तो सर्वसम्मति से तत्कालीन गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ जी महाराज को अध्यक्ष चुना गया. तब से आजीवन श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति यज्ञ समिति के महंत अवेद्यनाथ जी महाराज अध्यक्ष रहे.