कोल्लम : केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आज कोल्लम से राज्यव्यापी अभियान 'केरल पदयात्रा' शुरू की. राज्य के लिए एक व्यापक और समावेशी विकास नीति तैयार करने के लिए सत्तारूढ़ वाम सरकार अपने अभियान में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के सभी जिलों को कवर करेगी.
कोरोना वायरस के कारण पदयात्रा में अधिक भीड़ नहीं जुटाई जा सकती है. इसलिए हर जिले में विभिन्न सामाजिक स्तरों के प्रतिनिधि इन कार्यक्रमों के माध्यम से सीएम के साथ शासन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे. कोल्लम में मुख्यमंत्री ने धार्मिक और सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधियों सहित सौ से अधिक लोगों के साथ मुलाकात की.
हालांकि नायर सर्विस सोसाइटी (NSS) ने कोल्लम में स्थापना समारोह के लिए आमंत्रित किए जाने के बावजूद मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का बहिष्कार किया.
सीएम विजयन ने राज्यव्यापी पदयात्रा शुरू की इससे पहले मुख्यमंत्री विजयन और उनकी टीम आज सुबह 8.30 बजे राज्यव्यापी अभियान के आरंभ समारोह के लिए कोल्लम पहुंची. सेवानिवृत्त अधिकारियों, संतों, सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्र से प्रमुख हस्तियों सहित सौ से अधिक लोग पहले ही सीएम के साथ इंटरैक्टिव कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंच गए थे. इस दौरान सीएम विजयन ने लोगों के के साथ नाश्ता किया, इसके बाद करीब 10.30 बजे बैठक शुरू हुई.
पिछले पांच वर्षों में सरकार की गतिविधियों और कार्यक्रमों की दृश्य प्रस्तुति देखने के बाद सीएम विजयन ने प्रतिनिधियों से राय और सुझाव सुने. इस अभियान के दौरान सभी जिलों में इस तरह के अभियानों के माध्यम से समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करने वाले छोटे समूहों के साथ सीधे बातचीत की जाएगी. इससे राज्य को कैसा होना चाहिए, इस बारे में स्पष्ट तस्वीर मिल जाएगी. इसके बाद विकासात्मक नीतियों में राय, सुझाव और मुद्दों पर विचार करने के बाद एक चुनावी घोषणा पत्र तैयार किए जाएगा.
यह भी पढ़ें-जनवरी-फरवरी में नहीं होंगी सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं : शिक्षा मंत्री
हालांकि, एनएसएस ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करते हुए आरोप लगाया था कि एलडीएफ सरकार जाति संगठन की मांगों को मान्यता नहीं दे रही है. सीएम विजयन आज अभियान के तहत पठानमथिटा भी जाएंगे और प्रमुख हस्तियों के साथ बातचीत करेंगे.