भोपाल।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार 23 मार्च को भोपाल के नेहरू स्टेडियम में यूथ महापंचायत में युवा नीति लांच की (Yuva Niti MP 2023). सीएम ने 'यूथ महापंचायत' एवं 'युवा नीति' की घोषणा कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं अमर शहीद सरदार भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर किया. साथ ही 10 हजार से अधिक युवा और अन्य हितधारकों की भागीदारी और परामर्श से निर्मित समग्र और व्यापक 'राज्य युवा नीति' पुस्तिका का अनावरण किया. उन्होंने यूथ महापंचायत में कई ऐलान किए. सीधे तौर पर युवाओं को खुश करने के लिए सीएम शिवराज ने घोषणाओं का पिटारा खोल दिया.
मेडिकल कॉलेज में होगी 2 मेरिट लिस्ट: सीएम ने कहा कि ''आज संपूर्ण 'युवा नीति' की घोषणा हुई, यूथ पॉलिसी के लिए 10 हजार से ज्यादा सुझाव आए थे, ये युवा नीति केवल कर्मकांड नहीं, ये तुम्हारी जिंदगी बदलने का एक विनम्र प्रयास है. मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना में हमने तय किया है कि अभी तक योजना के लाभ के लिए जो आय की सीमा ₹6 लाख थी, उसको बढ़ाकर ₹8 लाख की जाएगी, मैं किसी बच्चे को निराश नहीं होने दूंगा. उन्होंने कहा कि अब नीट के माध्यम से मेडिकल कॉलेज में होने वाली भर्ती में दो मेरिट लिस्ट तैयार होंगी. एक सामान्य मेरिट लिस्ट बनेगी और दूसरी लिस्ट में सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को 5% का आरक्षण दिया जाएगा''.
आजादी के लिए क्रांतिकारी फांसी पर झूल गए:मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि ''आज शहीद दिवस है, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू आज शहीद हुए. अंग्रेजों ने चांदी की तस्तरी में हमें आजादी नहीं दी थी, हजारों क्रांतिकारी फांसी के फंदे पर झूल गये आजादी के लिए. क्रांतिकारी गाया करते थे-सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है. हमारे शहीदों ने देश के लिए अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया, भगत सिंह ने असेंबली में बम फेंका, भगत सिंह चाहते तो भाग सकते थे, उनके साथियों ने उन्हें जेल से भगाने के लिए योजना बनाई. जब उन्हें पता चला तो वह गुस्सा हो गये, बोले- भगत सिंह को कायर समझते हो. भगत सिंह बोले- फांसी लगेगी तो एक भगत सिंह मर जाएगा लेकिन उसके लहू से हजारों भगत सिंह पैदा होंगे. उनमें मौत का खौफ नहीं, मरने का डर नहीं. वो हंसते हंसते फांसी के फंदे पर झूल गये. मेरे मन में एक तकलीफ है, आजादी के बाद तत्कालीन सरकारों ने हमें सिर्फ एक परिवार के बारे में बताया. नेहरू, इंदिरा गांधी का नाम बताया गया, लेकिन हम भूल गये चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, झांसी की रानी, सुखदेव, राजगुरू, वीर सावरकर, टंटया मामा, कुंवर सिंह जैसे कई सैनानियों को''.
प्रधानमंत्री ने युवाओं को अमृत पीढ़ी बताया: सीएम शिवराज ने कहा कि ''इस देश में आजादी के इतिहास को ढंग से नहीं पढ़ाया गया. मैं धन्यवाद देता हूं प्रधानमंत्री मोदी को, जिन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव में देश के लिए मरने वालों का परिचय हमें कराया. आज शहीद दिवस पर हमने जानबूझकर यूथ पंचायत रखी है, शहीद चुंद्रशेखर आजाद की 116 वीं जन्म जयंती पर हमने पिछले वर्ष यूथ महापंचायत आयोजित की थी. भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू के शहीदी दिवस पर हम फिर यूथ पंचायत कर रहे हैं. यूक्रेन और रूस की लड़ाई में जब हमारे भारत के बच्चे फंसे तो प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरे बच्चे तिरंगा लेकर निकलें तो युद्ध रोक देना. ये आज का भारत है, प्रधानमंत्री ने आपको अमृत पीढ़ी कहा है. तुम अपने मम्मी-पापा के बेटा-बेटी तो हो ही, तुम प्रदेश और देश के भी बेटा-बेटी हो''.
युवा नीति जिंदगी बदलने का प्रयास: सीएम ने कहा कि ''आज हमने अपने बच्चों के यूथ पॉलिसी बनाई है. हमारे पास 10,000 सुझाव आये हैं. भाजयुमो ने, एबीवीपी ने भी युवाओं से सुझाव लिये. हमने व्यापक पैमाने पर विचार-विमर्श किया और हमने फिर यह युवा नीति बनाई है. यह केवल कर्मकांड नहीं है, यह तुम्हारी जिंदगी बनाने का विनम्र प्रयास किये हैं''. सीएम ने कहा ''शिक्षा में सुधार के लिए हम सीएम राइज स्कूल बना रहे हैं, जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लेस होंगे. पढ़ाई में सबसे बढ़ी बाधा फीस बनती है, हमने मुख्यमंत्री मेधावी योजना बनाई, उसमें हमने तय किया कि यदि आप में प्रतिभा है और आपका उच्च शिक्षण संस्थानों में आपका एडमिशन होता है तो आपकी फीस मामा भरवाएगा''.