भोपाल :प्रदेश में सिलसिलेवार सामने आ रही पत्थरबाजी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए सीएम शिवराज ने एक बड़ा एलान किया है. उन्होंने कहा है कि पत्थरबाजी की घटनाओं को रोकने के लिए अब प्रदेश में कानून बनाया जाएगा. पत्थरबाजी करने वालों और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ अब सरकार सख्ती से पेश आएगी. सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की भरपाई आरोपी की संपत्ति अटैच कर की जाएगी.
प्रदेश के उज्जैन, इंदौर, मंदसौर और नीमच में लगातार एक-एक बाद पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आई हैं. उज्जैन, इंदौर और मंदसौर में जहां हिंदू संगठनों की वाहन रैली पर पथराव हुए हैं, वहीं नीमच में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के शिविर में पत्थरबाजी हुई, जिसके बाद शिवराज सरकार एक्शन मोड में आ गई है.
कानून लेकर आ रही है सरकार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पत्थरबाजी की घटनाओं के मामले को लेकर सरकार बेहद सख्त है. ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए सरकार कानून लेकर आ रही है. उन्होंने आगे कहा कि पत्थरबाजी की घटनाओं से डर और अव्यवस्था का माहौल पैदा होता है. प्रदेश में इस तरह की घटनाओं को सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी.
आरोपी की संपत्ति की जाएगी जब्त
उन्होंने कहा कि कई बार पत्थरबाजी के बाद सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाता है. सरकार अब पत्थरबाजी में शामिल लोगों की संपत्ति को जब्त कर नुकसान की भरपाई करेगी. कानून में इसको लेकर प्रावधान तय किए जाएंगे.
राम मंदिर निर्माण के लिए निकाली जा रही है धन संग्रह रैली
अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए मध्य प्रदेश में जन-जागरण धन संग्रह रैली निकालकर चंदा इकट्ठा किया जा रहा है. इसी दौरान अलग-अलग जिलों में पत्थरबाजी की घटनाएं हुई है.
- उज्जैन में पथराव
महाकाल थाना क्षेत्र में महाकाल मंदिर से 150 मीटर की दूरी पर भारत माता मंदिर पर से 25 दिसंबर को युवा मोर्चा और हिंदू संगठन ने रैली निकाली थी, जो शहर से होते हुए बेगमबाग इलाके पहुंची. इस दौरान ज्यादा ट्रैफिक होने की वजह से रैली में शामिल कार्यकर्ताओं की गाड़ी विशेष समुदाय के व्यक्ति की गाड़ी से टकरा गई. इसी बीच दोनों में विवाद की स्थिति बन गई. देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि एक पक्ष के परिजन के घर पर पथराव होने लगा.