देहरादून: विश्व प्रसिद्ध बाबा नीम करौली यानी कैंची धाम में इन दिनों हर रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं पहुंच रहे हैं. हर दिन दर्शन के लिए कैंची धाम पहुंचने वाले हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ देखकर लगता है. शायद ही किसी मंदिर में हर रोज श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ जुटती होगी. जिसकी वजह से रोजाना नैनीताल से लेकर कैंची धाम तक लंबा जाम लग रहा है. ऐसे में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सेनेटोरियम से रातीघाट तक टू लेन बाईपास रोड बनाने की बड़ी घोषणा की है.
कैंची धाम को लेकर सीएम धामी का ऐलान: कैंची धाम में लगने वाले जाम और श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन की रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा ऐलान किया है. जिससे आने वाले दिनों में कैंची धाम के श्रद्धालुओं को जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा. सरकार जल्द ही भवाली सेनेटोरियम से रातीघाट तक टू लेन बाईपास रोड तैयार करने जा रही है.
कैंची धाम में हर पहुंच रहे हजारों भक्त:नैनीताल स्थित कैंची धाम की महिमा सुनकर रोजाना हजारों लोग दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. दर्शनार्थियों में न केवल उत्तराखंड, बल्कि देश-विदेश के लोग भी शामिल है. आलम यह है कि रोजाना नैनीताल से लेकर कैंची धाम के बीच में लंबा जाम लग रहा है. गाड़ियों की संख्या इतनी अधिक हो रही है कि मंदिर की पार्किंग वाहनों के लिए काफी छोटी पड़ रही है.
फोन पर सीएम धामी ने किया संबोधित: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह घोषणा तब की है, जब वह खराब मौसम की वजह से नैनीताल में क्रिकेट टूर्नामेंट में नहीं पहुंच पाए. जिसके बाद उन्होंने देहरादून से ही फोन के माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित किया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा रामगढ़ से नथुवाखान और अल्मोड़ा जाने वाली सड़क को लेकर कई दिनों से सरकार मंथन कर रही थी. अब सरकार इस निर्णय पर पहुंची है कि इस पूरे सड़क निर्माण को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा.
सीएम ने श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या पर जताई खुशी:सीएम धामी ने कहा अच्छी बात यह है कि उत्तराखंड के कैंची धाम में श्रद्धालुओं के आने की संख्या में रोजाना इजाफा हो रहा है. उन्होंने कहा उन्हें हफ्ते दर हफ्ते हर जिले में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं की जानकारी पूरे आंकड़े सहित मिलते हैं. उन्हें बेहद खुशी है कि कैंची धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है. राज्य सरकार जैसे ही इस सड़क का निर्माण टू लेन बाईपास में तब्दील करके तेजी से करेगी, नैनीताल अल्मोड़ा के बीच के क्षेत्र को एक नई पहचान तो मिलेगी ही, साथ ही साथ कैंची धाम में भी इसका सबसे बड़ा असर देखने के लिए मिलेगा.
ये भी पढ़ें:Kainchi Dham Master Plan: मानसखंड प्रोजेक्ट से बदलेगी कैंची धाम की तस्वीर, 'कायाकल्प' के लिए तैयार हुआ मास्टर प्लान