पटना:विपक्ष का नेता कौन होगा? इसका जवाब फिलहाल विपक्ष के पास भी नहीं है लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने इसका जवाब दे दिया है. पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में सीपीआईएमएल के महाधिवेशन के मंच से उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सीएम नीतीश ने अपनी इच्छा जाहिर कर दी है. सीएम ने मौका देखकर अपनी बात रख दी है. महागठबंधन के नेताओं की मौजूदगी में नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि वे विपक्ष का नेतृत्व करने को पूरी तरह से तैयार है. हालांकि बार-बार वे ये भी कहते रहे कि हमारी ऐसी कोई इच्छा नहीं है.
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बोले सीएम नीतीश- 'जिसको नारा लगाना है लगाईये':नीतीश कुमार ने कहा कि सब मिलजुलकर सोच लिजिएगा. माले के लोगों का हम सम्मान करते हैं. हम आप लोगों के पक्ष में हैं. अब लोग को जैसा मन करे सोचिएगा और वैसा करिएगा. हमारी इच्छा है कि सभी एकजुट होकर लड़ें. ऐसा करने से हम बहुत आगे बढ़ेंगे. हम बार-बार कह रहे हैं कि हमको व्यक्तिगत रूप से कोई ख्वाहिश नहीं है.
"हमारी एक ही ख्वाहिश है कि देश एकजुट हो और गलत करने वालों से देश को मुक्ति मिले. बिना मतलब का सब नारा लगाने लगता है सब, हम मना करते हैं. और भी जिसको नारा लगाना है लगाईएगा पर हमारी इच्छा नहीं है. हम जब तक जीवित हैं आप सबका पूरा-पूरा सहयोग करेंगे. हम पहले भी साथ में थे भूलिएगा मत." - नीतीश कुमार, सीएम, बिहार
सीएम नीतीश विपक्ष के नेता!:लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्ष में पीएम पद की उम्मीदवारी को लेकर अबतक एक राय बनती नहीं दिख रही है. बिहार में महागठबंधन के सभी दल इस मुद्दे पर हालांकि एक साथ हैं लेकिन फिर भी नीतीश कुमार या राहुल गांधी उम्मीदवार होंगे, इस पर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है. उधर अरविंद केजरीवाल, तेलंगाना के सीएम केसीआर, सपा प्रमुख अखिलेश यादव समेत कुछ दल गैर बीजेपी, गैर कांग्रेस गठबंधन की पहल करते दिख रहे हैं.
'मिलकर लड़ेंगे तो बीजेपी 100 के नीचे सिमट जाएगी':सीएम नीतीश ने कहा कि कांग्रेस विपक्षी एकजुटता में देरी ना करे क्योंकि हम सभी तो इंतजार कर रहे हैं. भाजपा से अलग होने के बाद पिछले साल दिल्ली में जाकर दोनों (राहुल और सोनिया) से मिले थे. सलमान खुर्शीद जरिए कांग्रेस नेतृत्व से अपील है कि सभी विपक्षी दल एकजुट हो गए तो बीजेपी 100 के नीचे सिमट जाएगी. बाकी सब पार्टियों का फोन आ रहा है. बाकी लोगों के एक साथ मिलकर मीटिंग कीजिए जिसमें सब लोग बैठें. कांग्रेस के निर्णय का वेट कर रहे हैं क्योंकि बाकी बहुत सारी पार्टियां एकजुट होने के लिए तैयार बैठी हुई है.