पटना: बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया नियुक्ति पत्र सौंपने के साथ ही पूरी हो गई. आज सीएम नीतीश कुमार ने अपने हाथों से पटना के गांधी मैदान में नियोजित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा. बिहार में आज 1.20 लाख चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया गया. सिर्फ पटना के गांधी मैदान में ही 25000 नियोजित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया. ज्वाइनिंग लेटर मिलते ही सभी के चेहरे पर खुशी देखने को मिली.
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''केके पाठक (KK Pathak) का नाम लेते ही आप लोग काफी जोर से ताली बजाते हो. काफी खुशी हुई है यह देखकर कि हमने जिसे नियुक्त किया उसके काम की सराहना हो रही है. लोग इनके बारे में कुछ भी बोलते हैं, अनाप-शनाप बोलते रहते हैं लेकिन यह काम तो अच्छा ही कर रहे हैं.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
बाहरी लोगों की भी नियुक्ति : बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा 1.20 लाख शिक्षकों की नियुक्ति की गई है. देश में पहली बार इतनी बड़े पैमाने पर नियुक्ति की गई है. 1.70 पदों पर ये भर्ती आयोजित की गई थी जिसमें 8 लाख अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया. 88% बिहार के लोगों की नियुक्ति और 12फीसदी शिक्षकों की नियुक्ति हुई है. बिहार में शिक्षक की नौकरी पाने के लिए केरल, आसाम, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, गुजरात, कर्नाटक से लोग यहां आकर परीक्षा दिया. अपने लोग तो पढ़ ही रहे हैं.
'ओमान और कतर से आकर भी लोग इस परीक्षा में शामिल हुए और परीक्षा में उत्तीर्ण होकर शिक्षक बने हैं. कई लोग बैंक, सेना, अर्ध सैनिक बल और बड़ी कंपनियों को छोड़कर बिहार में शिक्षक बने ये तो हमारे लिए खुशी की बात है.'- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
डेढ़ साल में 10 लाख देंगे नौकरी : परीक्षा में 68 हजार नियोजित शिक्षक भी शामिल हुए थे. इसमें 28815 लोग पास हुए हैं. जो नियोजित शिक्षक हैं उनके लिए एक मामूली परीक्षा आयोजित करेंगे और उनको भी परमानेंट करेंगे. मुझे बड़ी खुशी है कि आप जहां जाएंगे वहां अच्छे से पढ़ाएंगे. सीएम नीतीश ने कहा कि 10 लाख सरकारी नौकरी 10 लाख रोजगार देने के लिए प्रतिबद्धता है. जल्द ही 50000 हेड मास्टर, 51000 पुलिस अधिकारी भी जल्द नियुक्त किए जाएंगे. अगले डेढ़ साल में 10 लाख सरकारी नौकरी देने की तैयारी है.