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सीएम हेमंत सोरेन को सुकून देती है बूढ़ापहाड़ की वादियां, कहा- कुछ लोगों ने खूबसूरत जगह को बना दिया डरावना - बूढ़ापहाड़ की खूबसूरती पर सीएम हेमंत सोरेन का बयान

झारखंड बहुत ही खूबसूरत है. कुछ लोगों ने जंगलों और पहाड़ों को डरावना बना दिया है. ये कहना है सीएम हेमंत सोरेन का. उन्होंने कहा कि जंगल और पहाड़ काफी सुकून देते हैं. झारखंड पर्यटन का बड़ा केंद्र बन सकता है.

CM Hemant Soren on Budhapahar
सीएम हेमंत सोरेन

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Published : Jan 27, 2023, 6:36 PM IST

Updated : Jan 27, 2023, 9:15 PM IST

हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री

पलामूः कुछ लोगों ने झारखंड में जंगल पहाड़ों को डरावना बना दिया है. ये जंगल पहाड़ काफी काफी खूबसूरत हैं. यह बात राज्य के सीएम हेमंत सोरेन ने नक्सल हीट बूढ़ापहाड़ पर कही. सीएम हेमंत सोरेन राज्य के पहले ऐसे सीएम हैं, जो माओवादियो के यूनिफाइड कमांड वाले इलाके बूढ़ापहाड़ पंहुचे हैं. इस दौरान सीएम ने बूढ़ा पहाड़ डेवलपमेंट प्लान की शुरुआत किया.

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सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है. अगले छह महीने में इलाके की तस्वीर बदल जाएगी. वे डरावना माहौल तैयार करने वाले लोगो से कहना चाहते हैं कि हथियार खून खराबा की बदौलत समस्या का समाधान नहीं हो सकता है. सरकार अपील करती है कि लोग मुख्यधारा में शामिल हो. सरकार तेजी से विकास कार्य कर रही है. सीएम ने कहा कि पीएम से कहा था झारखंड पर्यटन का बड़ा केंद्र हो सकता है. यहां माइनिंग कम होगी तो गोली भी कम चलेगी.

सीएम ने ग्रामीणों से सहयोग की अपील की. उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसा काम नहीं करें जिससे आदिवासी के योद्धाओं का अपमान हो. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य के सभी गांव में दवा दुकान खोला जाएगा. राज्य सरकार इसके लिए पहल कर रही है. उन्होंने कहा कि दवा दुकान को लेकर कानून पेचीदा थी, इसे दूर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि दवा दुकानदार तकनीकी रूप से बड़े डॉक्टर से जुड़ा होगा ताकि दवा मिल सके.

उन्होंने कहा कि ये जंगल पहाड़ सुकून वाला घर है. हम भी ऐसे गांव हैं, इसी तरह के गांव में हम भी पले बढ़े हैं. सीएम ने कहा कि आदिवासियों की जमीन को नहीं छीनने देंगे. वे आदिवासी जंगल पहाड़ में रहने वाले लोगों के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं. पूर्वजों के संघर्ष के कारण हम सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि पूर्वजो के संघर्षों का नतीजा है कि हेमंत सोरेन सीएम है. उन्होंने कहा कि संघर्षों की लड़ाई को लेकर दिशोम गुरू शिबू सोरेन जंगल पहाड़ों में रहे.

इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि अभी यह कहना कि झारखंड नक्सलमुक्त हो गया है, जल्दबाजी होगी. अभी और भी कार्य करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित जिलों के विकास के लिए केंद्र सरकार को और अधिक मदद देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हम अभी नक्सल उन्मूलन की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने नक्सलियों से अपील की कि वो मुख्यधारा में लौटें.

मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि जिस तरह भारत की आजादी और अलग राज्य मिलने पर खुशी मिली थी. उसी प्रकार बूढ़ापहाड़ के नक्सल मुक्त होने पर मिली है. उन्होंने कहा कि बूढ़ापहाड़ अब नक्सल नहीं विकास के लिए जाना जाएगा. इस दौरान मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, गृह सचिव राजीव अरुण एक्का, डीजीपी नीरज सिन्हा, सीएम के प्रधान सचिव विनय चौबे, एडीजे संजय आनंद लाटकर, सीआरपीएफ आईजी अमित कुमार, पलामू आईजी राजकुमार लकड़ा मौजूद थे.

बूढ़ापहाड़ पर बनेगा शहीद स्मारक, अब तक 58 जवान हुए है शहीद, जबकि 42 ग्रामीण मारे गएःराज्य के डीजीपी नीरज सिन्हा ने घोषणा की कि बूढ़ापहाड़ पर शहीद जवानों का स्मारक बनाया जाएगा. इसका प्रस्ताव सीएम को दिया गया है. डीजीपी ने कहा कि बूढ़ापहाड़ अभियान के दौरान पिछले कुछ वर्षों में 58 जवान शहीद हुए हैं. जबकि 42 ग्रामीणों की माओवादियो ने हत्या की है. उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में 1319 नक्सली गिरफ्तार हुए हैं, जबकि 31 मारे गए हैं. बूढ़ापहाड़ अभियान ऑक्टोपस और डबल बुल के कारण माओवादी कमजोर हुए हैं. आज वे घोषणा कर सकते है कि बूढ़ापहाड़ नक्सल मुक्त हो रहा है. 44 सुरक्षाकैंप स्थापित हुए है, कैंपो को आईडीसी सेंटर के साथ साथ जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है.

दो घंटे तक पहाड़ चढ़ कर सीएम को देखने पंहुचे थे ग्रामीणःबूढ़ापहाड़ गढ़वा के टेहरी पंचायत में मौजूद है. सीएम का कार्यक्रम बूढ़ा गांव स्थित सीआरपीएफ कैंप के आयोजित हुआ था. सीएम के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सैकड़ों ग्रामीण दो घंटे तक पैदल पहाड़ पर चढ़ाई की थी. बूढ़ा गांव में लातेहार, गढ़वा के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के भी लोग पंहुचे थे. बूढ़ागांव जाने के लिए दो रास्ता है, एक छत्तीसगढ़ के पुंदाग से, दूसरा लातेहार के तिसिया से. पुंदाग और तिसिया से जाने के लिए दो से तीन घंटे तक लगातार पहाड़ की चढ़ाई करनी पड़ती है

Last Updated : Jan 27, 2023, 9:15 PM IST

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