रांची: उत्तराखंड के सिलक्यारा में निर्माणाधीन टनल के धंसने से हादसा हुआ. इस हादसे के बाद करीब 40 मजदूर सुरंग में फंसे हुए हैं. मजदूरों को बचाने के लिए उत्तराखंड सरकार के द्वारा प्रयास किया जा रहा है. पिछले कई घंटे से मजदूर टनल के अंदर अब भी फंसे हुए हैं.
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उत्तराखंड सुरंग हादसे के बाद 40 मजदूरों में से झारखंड के 15 मजदूर भी फंसे हुए हैं. इस घटना की जानकारी मिलने के बाद श्रम विभाग की टीम सोमवार सुबह से ही लगातार श्रम विभाग के कंट्रोल रूम से संपर्क में रही और अपने मजदूर की हालत को जानने के प्रयास में जुटी रही. झारखंड श्रम विभाग के ज्वाइंट लेबर कमिश्नर राजेश प्रसाद ने बताया कि उनकी टीम उत्तराखंड में बनाए गए कंट्रोल रूम से लगातार संपर्क कर रही है, अभी तक कैजुअल्टी की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खुद संज्ञान लिया और टनल में फंसे मजदूरों को सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री कार्यालय से मिले निर्देश के बाद निर्माणधीन सुरंग में फंसे झारखंड के श्रमिकों को मदद पहुंचाने के लिए तीन सदस्य टीम रवाना हो गई है. श्रम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार टनल में फंसे झारखंड के मजदूरों को सहायता पहुंचाने के लिए जैप आईटी के सीईओ और वरिष्ठ आईएएस आधिकारी भुवनेश प्रताप सिंह, ज्वाइंट लेबर कमिश्नर राजेश प्रसाद और प्रदीप रावत लकड़ा इस टीम में शामिल हैं.
इसके अलावा सीएम हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया X पर भी पोस्ट डालते हुए टीम के रवाना होने की जानकारी दी. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है कि कल उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन टनल के अचानक धंस जाने से कुल 40 श्रमिकों के टनल में फंसे होने की सूचना मिली, जिसमें कुछ श्रमिक झारखंड से भी हैं. झारखंड के श्रमिक भाइयों की मदद के लिए राज्य सरकार का तीन सदस्यीय प्रतिनिधमंडल उत्तराखंड भेजा जा रहा है, टनल में फंसे हुए सभी श्रमिकों की शीघ्र कुशलता की कामना करता हूं.
जानकारी के अनुसार, झारखंड के कुल 15 मजदूर टनल में फंसे हुए हैं. जिसमें विश्वजीत कुमार, सुबोध कुमार, अनिल बेदिया, श्राजेद्र बेदिया, सुकराम, टिंकू सरदार, गुणोधर, रंजीत, रविंद्र, समीर, महादेव, भुक्तु मुर्मू, चमरा उरांव, विजय होरो और गणपति के नाम शामिल हैं. मजदूरों को बचाने के लिए उत्तराखंड गई टीम झारखंड श्रम विभाग के कंट्रोल रूम में जानकारी देती रहेगी. इसके साथ ही मजदूरों को जो भी मदद पहुंचानी होगी, उसके लिए उत्तराखंड सरकार और वहां पर मौजूद प्रशासन के लोगों की मदद करेगी. उत्तराखंड सुरंग हादसे में फंसे झारखंड के मजदूर रांची, गिरिडीह, पश्चिमी सिंहभूम सहित कई जिलों से आते हैं. इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद परिजन परेशान हैं और अपने लोगों की सुरक्षा की कामना कर रहे हैं. बता दें कि रविवार को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन टनल के धंसने से कुल 40 श्रमिकों के सुरंग में फंस गये.