बेंगलुरु :कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के दो साल के कार्यकाल का सोमवार को अंत हो गया. उन्होंने खुद आगे बढ़कर अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी. उन्होंने दोपहर बाद राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया जिसे राज्यपाल ने मंजूर कर लिया है. तत्काल प्रभाव से कर्नाटक मंत्रिमंडल भी स्वतः भंग हो गई.
फिलहाल भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व नये सीएम के नाम पर मंथन चल रहा है. इससे पहले वे कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा अपनी सरकार के 2 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम में इस्तीफा देने की घोषणा की थी.
येदियुरप्पा ने कहा कि केंद्रीय पार्टी नेतृत्व ने मुझे पद छोड़ने के लिए नहीं कहा है. मैंने दो महीने पहले इस्तीफा देने के बारे में सोचा था. मैं दो साल पूरे करने के बाद इस्तीफा देना चाहता था. मैं पार्टी के लिए काम करता रहूंगा और राज्य में पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करूंगा. मैंने सभी मठ नेताओं से भी कहा है कि वे नए सीएम को अपना समर्थन दें. मैंने हाईकमान को किसी के नाम की सिफारिश नहीं की है.
निवर्तमान सीएम बीएस येदियुरप्पा से यह पूछे जाने पर कि क्या वह राज्यपाल के रूप में सेवा करने के इच्छुक हैं. उन्होंने कहा कि मेरे राज्य छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं है. मैं कर्नाटक में लोगों के कल्याण के लिए काम करना जारी रखूंगा.
येदियुरप्पा की घोषणा के बाद फिलहाल राज्य का राजनैतिक संकट थमता दिख रहा है. सीएम सीएम कार्यालय ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है और राज्यपाल सोमवार दोपहर बाद मिलने को तैयार हुए हैं. गौरतलब है कि येदियुरप्पा ने अपने दो दिवसीय दिल्ली दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi), गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी.
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उसके बाद से ही नेतृत्व परिवर्तन की बातें चल रही थीं. हालांकि हाईकमान ने किसी तरह की जल्दबाजी नहीं दिखाई और येदियुरप्पा ने अपनी विदाई की स्क्रिप्ट खुद शेयर की.