रायपुर:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को रायपुर में आयोजित कांग्रेस के संभागीय सम्मेलन में भाजपा और आरएसएस पर जोरदार हमला बोला है. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम बघेल ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज की ओर से गोडसे को सपूत बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया दी. कहा "आज वह गोडसे को सपूत बता रहे हैं, गांधी जी को क्या कहेंगे. स्वच्छता अभियान में गांधी के लाठी चश्मे का उपयोग कर रहे हो, अच्छी बात है. लेकिन जब हमने विधानसभा में कहा कि आप लोग महात्मा गांधी अमर रहे के नारे लगाए ठीक है, लेकिन एक बार नाथूराम गोडसे मुर्दाबाद का नारा लगा दीजिए. इतना कहने के बाद विधानसभा में सन्नाटा छा गया. वे गोडसे मुर्दाबाद नहीं बोल सके, क्योंकि उनके आदर्श हैं. आतंकवाद से इनका पुराना नाता है नक्सलियों से इनके संबंध हैं."
सरकार बनेगी तभी तो अगली सरकार में मिलेगा मौका:इस बीचमुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पार्टी से नाराज चल रहे पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी साधने की कोशिश की. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि"हो सकता है इस सरकार में कई लोगों को अवसर नहीं मिला है, उन्हें अगली बार मौका मिलेगा. कई लोग कोशिश कर रहे थे कि वह निगम मंडल आयोग अध्यक्ष बन जाएं. कुछ लोग बन गए, कुछ लोग नहीं बन सके. उन्हें अगली बार बनाया जाएगा. जो संगठन का काम कर रहे हैं, उन्हें अगली सरकार में अवसर मिलेगा. लेकिन यह सब तब मिलेगा जब सरकार बनेगी."
धर्मांतरण डी लिस्टिंग पर कानून बनाएगा कौन:सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि "भाजपा के नेताओं का छत्तीसगढ़ दौरा हो रहा है. गिरिराज सिंह आए थे. 4 दिन बस्तर दौरा किया. इससे पहले कोरबा में थे. अब और भी कई लोग आएंगे. इन लोगों को सांप्रदायिकता, लव जिहाद, धर्मांतरण, इसमें इन्हें महारत हासिल है. कोई भी केंद्रीय नेता यहां आता है तो वह यह नहीं कहता कि हमने छत्तीसगढ़ को यह दिया, इसलिए केंद्र सरकार को वोट दो. वे डी लिस्टिंग और धर्मांतरण की बात करते हैं. लेकिन इसके लिए कानून कौन बनाएगा. कानून बनाने का अधिकार भारत सरकार का है. संविधान को बदलना है तो भारत सरकार बदल सकती है. लेकिन यहां छत्तीसगढ़ में बयानबाजी करते हैं."