बस्तर: शुक्रवार को कांग्रेस का कार्यकर्ता सम्मेलन जगदलपुर के कृष्णा गार्डन में आयोजित किया गया. सम्मेलन में सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस पार्टी के छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा भी शामिल हुईं. सम्मेलन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संबोधित किया. इस दौरान सीएम भूपेश झीरम हमले और BJP सरकार के दौरान कांग्रेसियों को परेशान किये जाने को याद करते हुए भावुक हो गए.
झीरम हमले को याद कर सीएम हुए भावुक: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "25 मई 2013 में हुए झीरम हमले के बाद हिम्मत ही नहीं होती थी बस्तर आने के विषय में सोचने की."यह बोलते बोलते मुख्यमंत्री रुक गए और अपने आंसुओं को पोछने लगे. जिसके बाद दहशत के माहौल को याद करते हुए बघेल ने कहा कि "उन्हें वो वक्त बहुत अच्छे तरीके से याद है, जब वे शहीद महेंद्र कर्मा के मूर्ति का अनावरण करने के लिए दंतेवाड़ा के फरसपाल पहुंचे. मूर्ति पर माल्यार्पण करते ही उन्हें कहा गया कि वो तुरंत ही वहां से निकल जाएं. उन्हें 1 वक्त का खाना खाने भी नहीं दिया गया."इस दौरान सम्मेलन में महेंद्र कर्मा और झीरम शहीद अमर रहे के नारे लगते रहे.
शहीद महेंद्र कर्मा से जुड़ा किस्सा किया साझा:उन्होंने अपने कहा कि "साल 2003 में जब चुनाव होना था. उस वक्त मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शहीद महेंद्र कर्मा को फोन किया और उन्हें शाम के वक्त रायपुर आने को कहा. विधायक दल की बैठक होनी थी. जिसके बाद महेंद्र कर्मा ने बिना कुछ कहे कॉल काट दी. दूसरे फोन से वापस कॉल करके मुझे बताया कि दंतेवाड़ा में नक्सली भय बहुत ज्यादा है. मैं घर से नहीं निकल सकता और रायपुर भी नहीं आ सकता. यदि वे अभी निकलेंगे, तो नक्सली उन्हें गोली मार देंगे."