जालंधर : शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि पंजाब के सीएम भगवंत मान नशे में होने के कारण उन्हें लुफ्थांसा एयरलाइंस से उतार दिया गया था. सुखबीर के मुताबिक, एयरलाइंस ने ये कदम इसलिए उठाया क्योंकि सीएम मान ने इतनी शराब पी रखी थी कि वे खड़े भी नहीं हो पा रहे थे. बादल ने ये दावा मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से करते हुए कहा कि इस वजह से फ्लाइट चार घंटे लेट भी थी.
बादल ने ट्वीट किया, "सह-यात्रियों के हवाले से सामने आई मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को लुफ्थांसा की फ्लाइट से उतार दिया गया क्योंकि वह नशे में धूत थे. उनकी वजह से फ्लाइट को उड़ान भरने में चार घंटे की देरी हुई. वह आप के राष्ट्रीय सम्मेलन में भी शामिल नहीं हो पाए. इन रिपोर्टों ने पूरे पंजाबियों को दुनिया के सामने शर्मसार किया है.
बादल ने इस मुद्दे पर मान की चुप्पी पर पंजाब सरकार की आलोचना की और घटना पर स्पष्टीकरण मांगा है. उन्होंने पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित आप नेताओं से भी इस मुद्दे पर सफाई देने को कहा. उन्होंने कहा, "हैरानी की बात है कि पंजाब सरकार अपने सीएम भगवंत मान से जुड़ी इन रिपोर्टों पर अब तक चुप है. अरविंद केजरीवाल को इस मुद्दे पर सफाई देने की जरूरत है. ये घटना अब पंजाबियों और राष्ट्रीय गौरव से जुड़ी है, इसलिए भारत सरकार को भी इस ओर कदम उठाना चाहिए. अगर उन्हें फ्लाइट से उतार दिया गया, तो भी भारत सरकार इस मुद्दे को जर्मन समकक्ष के सामने रखें."
इससे पहले 31 अगस्त को शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल समेत एक प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को ज्ञापन सौंपा और राज्य की आबकारी नीति की सीबीआई जांच की मांग की. प्रतिनिधिमंडल ने नीति में घोटाले का आरोप लगाया है.
इस पर बादल ने कहा, "पंजाब की आबकारी नीति में जैसे दिल्ली में हुआ था, वैसे ही घोटाला हुआ है. जैसे दिल्ली एलजी ने आबकारी नीति मामले की जांच का आदेश दिया है, हम पंजाब में भी उसी तरह सीबीआई जांच की मांग करते हैं. पहली बार, एल्बम लाइसेंस में लाभ पांच से बढ़ाकर दस किया गया है. इसलिए, हमने सीबीआई जांच की मांग की है."