रायपुर:सीएम भूपेश बघेल सोमवार को रायपुर हेलीपैड से बिलासपुर रवाना हुए. इससे पहले मीडिया से बातचीत में सीएम बघेल ने महाराष्ट्र में मचे सियासी उठापटक को लेकर भाजपा को कटघरे में खड़ा किया. केंद्रीय एजेंसिंयों के दुरुपयोग और जोड़ तोड़ की राजनीति करने का आरोप भाजपा पर मढ़ा. साथ ही एक दिन पहले बिलासपुर में हुई आप की जनसभा और पीएम मोदी के संभावित दौरे को लेकर भी बातचीत की.
'पहले शिवसेना को तोड़ा, अब एनसीपी नेताओं के धुल जाएंगे पाप':सीएम बघेल ने शिवसेना में हुई टूट का जिम्मेदार बीजेपी को बताया. अब एनसीपी में तोड़फोड़ के लिए भी बीजेपी पर ही उंगली उठाई. शिवसेना नेताओं के बाद अब एनसीपी नेताओं को तोड़ने में केंद्रीय एजेंसियों की भूमिका पर सवाल उठाए. साथ ही भाजपा पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के जरिए लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा गंभीर आरोप भी लगाया.
कल कुछ और लोग वाॅशिंग मशीन में धुल गए. सेंट्रल एजेंसी के माध्यम से पहले शिवसेना को तोड़ा. शिवसेना में आधा दर्जन से अधिक नेता थे, जिनके खिलाफ सेंट्रल एजेंसी जांच कर रही थी. सारे लोग भाजपा में गए. अब वह जांच बंद हो गई. कुछ दिन पहले ही एनसीपी के नेता के यहां छापा पड़ा था. अब वह जैसे एनसीपी छोड़कर आए, मंत्रिमंडल में उन्हें स्थान मिल गया. उनका भी पाप धुल गया. ऐसी लंबी फेहलिस्ट है. बंगाल, आसाम, महाराष्ट्र, जितने नेताओं के नाम गिन लीजिए वह सारे नेता पहले भाजपा के टारगेट पर थे. रोज उसके खिलाफ बयान होता था. लेकिन जैसे ही भाजपा में गए, सब वाशिंग मशीन में धुलकर चकाचक होकर बाहर आ गए. कोई कार्रवाई नहीं. अब कोई मुख्यमंत्री बना है, कोई राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना है, कोई मंत्री बना है. इस प्रकार से सेंट्रल एजेंसी के माध्यम से लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है. -भूपेश बघेल, सीएम, छत्तीसगढ़
केजरीवाल को नसीहत, संकट के समय होती है परीक्षा:बिलासपुर की जनसभा में अरविंद केजरीवाल की ओर से भ्रष्टाचार का आरोप लगाए जाने पर भी सीएम बघेल ने पलटवार किया. अरविंद केजरीवाल के 6 रेवड़ी पर सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ अपने काम गिना डाले. स्वामी आत्मानंद स्कूल, हाट बाजार, स्लम एरिया के लिए मेडिकल मोबाइल यूनिट, मुफ्त इलाज, बिजली बिल हाफ योजना का लाभ छत्तीसगढ़वासियों को मिलने का दावा किया. साथ ही हर परिवार को 35 किलो राशन मिलने की भी बात कही. सीएम बघेल ने कहा कि "जितनी बातें वह बोले हैं वह सब यहां हुआ. एक बात मैं केजरीवाल से कहना चाहता हूं कि संकट के समय परीक्षा होती है. कोरोना काल में लॉकडाउन हुआ तो घंटे के भीतर लाखों लोग छोड़ गए. उस समय केजरीवाल उनके साथ खड़े नहीं थे. छत्तीसगढ़ से किसी ने पलायन नहीं किया. यहां जितने लोग थे सब के रुकने की व्यवस्था हमने की. बाहर से 7 लाख लोग आए थे, उनकी व्यवस्था भी छत्तीसगढ़ सरकार ने की."