जयपुर. राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर आउट मामले में आखिरकार सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एंट्री हो गई है. इस मामले में आरोपी आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा, ठेकेदार भजनलाल विश्नोई और सुरेश ढाका के घर पर ईडी की टीमें पहुंची हैं. साथ ही प्रदेश में 27 जगहों पर ईडी ने दबिश दी. ईडी की इस एंट्री पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है.
सीएम ने कहा- ये गलत है : सीएम गहलोत ने कहा कि ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स राजस्थान में घुसने के लिए तड़प रही थीं. पेपर लीक मामले में आरपीएससी का मेंबर गिरफ्तार हुआ है, जिससे पता चलता है कि एसीबी ने शानदार काम किया. बावजूद इसके ईडी को भेज दिया. पहले भी पेपर लीक में ईडी भेजी थी, क्या हुआ ? गहलोत ने कहा कि ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स की एक विश्वसनीयता है. अधिकारी ऊपर वालों के दबाव में आना बंद कर दें. उन्होंने कहा कि कान खोलकर सुन लें, वक्त बदल रहा है. जांच करना उसका अधिकार है, जो एफआईआर दर्ज करता है. चुनाव जीतने, माहौल अपने पक्ष में बनाने के लिए ये हरकत कर रहे तो ये गलत है.
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27 जगहों पर छापेमारी :जानकारी के मुताबिक जयपुर में वैशाली नगर में डीएवी स्कूल के पास स्थित आशापूर्णा अपार्टमेंट में सुरेश ढाका के फ्लैट के साथ ही करीब दस जगहों पर ईडी की टीमें छापेमारी कर रही है. बाहर सीआरपीएफ और पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं. इसके अलावा अजमेर, जोधपुर, बाड़मेर, उदयपुर, डूंगरपुर और जालोर सहित कई जिलों में ईडी की छापेमारी चल रही है. आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा के अजमेर और डूंगरपुर स्थित मकानों पर ईडी की छापेमारी चल रही है, जबकि बाड़मेर में पेपर आउट मामले में पकड़े गए भजनलाल विश्नोई के घर पर भी ईडी की टीम पहुंची है. बताया जा रहा है कि वरिष्ठ अध्यापक पेपर आउट मामले के साथ ही REET पेपर आउट मामले में भी ईडी सक्रिय है और इससे जुड़े लोगों के ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है.
10 मई को RPSC अध्यक्ष और सचिव को दिया नोटिस :वरिष्ठ अध्यापक पेपर आउट मामले में आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा का नाम सामने आने और उसकी गिरफ्तारी होने के बाद ईडी ने आरपीएससी के अध्यक्ष और सचिव को 10 मई को नोटिस जारी किया था. इस पूरे मामले में बड़े पैमाने पर धन के लेन-देन की जांच को लेकर यह नोटिस जारी किया गया था. साथ ही ईडी ने परिवाद भी दर्ज किया था. इसके बाद अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय और तत्कालीन सचिव हरजीलाल अटल को नोटिस जारी किया गया था. बाबूलाल कटारा को भी ईडी ने नोटिस दिया था, उससे पिछले दिनों जेल में भी पूछताछ की गई थी.
बाबूलाल कटारा ने दिया था शेरसिंह को पेपर :पिछले साल 24 दिसंबर को हुई वरिष्ठ अध्यापक भर्ती का पेपर आउट होने के बाद इस मामले की जांच एसओजी को सौंपी गई थी. एसओजी ने इस साल 6 अप्रैल को ओडिशा से शेरसिंह मीना उर्फ अनिल मीना को गिरफ्तार किया था. वह सिरोही जिले की सरकारी स्कूल में शिक्षक था और पेपर आउट का मास्टरमाइंड है. उसने बाबूलाल कटारा से 60 लाख रुपए में पेपर का सौदा किया था. अजमेर में अपने घर पर बाबूलाल कटारा ने शेर सिंह को पेपर दिया था. इसके बाद उसने भूपेंद्र सारण को एक करोड़ रुपए में आगे पेपर को बेचा था. भूपेंद्र सारण ने सुरेश ढाका को पेपर मुहैया करवाया, जिसने आगे अभ्यर्थियों को 5-7 लाख रुपए लेकर पेपर दिया.