जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर प्रदेश में हो रही हिंसा पर केंद्र सरकार को निशाने (CM Ashok Gehlot target central government) पर लिया. सीएम गहलोत ने कहा कि ऊपर के इशारे पर प्रदेश में भाजपा के नेता (CM Ashok Gehlot allegation on bjp leaders) माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे हैं. उन्हें इस तरह आग लगाने का काम बंद करना चाहिए. साथ ही गहलोत ने कहा कि देश में हिंसा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुंह से यह बात पूरा देश सुनना चाहता है. अगर पीएम मोदी सार्वजनिक इस तरह से बयान देते हैं तो देश में हिंसा नहीं होगी.
महात्मा फुले और डॉ अम्बेडकर के योगदान को किया याद :दरअसल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती पर सोमवार को महात्मा ज्योतिबा फुले की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया . इसके बाद उन्होंने कहा कि समाज को दिशा देने में महात्मा फुले और डॉ अम्बेडकर के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. लम्बे समय के बाद भी उनके विचार आज भी प्रासंगिक है. आज भी सामाजिक सुरक्षा और सामाजिक न्याय की आवश्यकता है. छुआछूत मानव समाज के लिए सबसे बड़ा कलंक है. गहलोत ने कहा कि मानव मानव में भेद करें इससे बड़ा कलंक क्या हो सकता है?. नई पीढ़ी को भी सच्चाई से रूबरू होना चाहिए. आज़ादी के समय किन नेताओं ने त्याग किया ,कौन नेता जेल गए?. ये नई पीढ़ी को पता होना चाहिए.
पीएम मोदी को सामने आकर बोलना चाहिए :गहलोत ने कहा कि देश में जो माहौल बनाया जा रहा है वो उचित नहीं है. सभी धर्मों में प्रेम रहेगा तभी देश आगे बढ़ेगा. आज अमीरी गरीबी की खाई बढ़ती जा रही है, गहलोत ने कहा कि रामनवमी पर दंगे क्यों हो जारी हैं?. पीएम को देश को सम्बोधित करना चाहिए , जो भी हिंसा करेगा उसे बख्शा नहीं जाएगा. यह निर्देश राज्य सरकारों को दें . गहलोत ने कहा कि हिंसा करने वाला किसी भी समाज किसी भी वर्ग का हो क़ानून अपना काम करेगा. हिंसा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. प्रधानमंत्री के मुंह से ये बात पूरा देश सुनना चाहता है.