जयपुर.कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के दौरान जारी आरोप प्रत्यारोप जारी है. इस बीच कांग्रेस ने एक भाजपा नेता पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और परिवार को मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है. इस मामले में कथित ऑडियो सामने आने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी को निशाने पर लिया. गहलोत ने कहा कि बीजेपी का चुनावी प्रत्याशी कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित उनके परिवार को साफ करने की बात कहता है और बीजेपी के तमाम नेता इस पर कोई कमेंट नहीं करते हैं. यहां तक पीएम मोदी भी कुछ नहीं बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश में ये गंभीर बात है, धमकी देने वाले को भरोसा है कि उसे कुछ नहीं होने देंगे, ऊपर बैठे हुए लोग. इसके साथ ही गहलोत ने कर्नाटक में धार्मिक बयान बाजी करने पर पीएम मोदी की सभाओं पर रोक लगाने की भी मांग की है.
मौन धारण क्यों ?: सीएम गहलोत ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा प्रत्याशी क्रिमिनल प्रगति का आदमी हैं. उनका बयान कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष उनके परिवार को खत्म करने की धमकी देना निंदनीय है. मल्लिकार्जुन खड़गे राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ ही नेता प्रतिपक्ष हैं. जब उनके ऊपर भी कोई हमले की धमकी देने की कोशिश कर सकता है तो ये तभी संभव है जब उस व्यक्ति को इस बात का एहसास हो कि उसे बचा लिया जाएगा. वरना यह कैसे संभव है?. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा जिस प्रकार का ऑडियो सामने आया है उस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देते हुए इलेक्शन कमीशन मौन धारण किए हुए है. साथ ही प्रधानमंत्री ने अभी तक कुछ नहीं कहा है. यह भी नहीं कहा कि हम जांच कराएंगे.
अशोक गहलोत ने कहा कि यह बहुत गंभीर हालात बनते जा रहे हैं. अब देशवासी और प्रदेशवासियों को अपनी भूमिका निभानी चाहिए, हिम्मत दिखानी चाहिए, जो सच है उससे सच कहें, अगर गलत है तो गलत कहें. उन्होंने कहा कि खामोशी ठीक नहीं है देश के लिए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहा कि यह सवाल चुनाव जीतने और हारने का नहीं है. उन्होंने कहा कि देश में 9 साल से शासन चल रहा है, ये लोग कांग्रेस मुक्त भारत की बात कहते हैं. देश में कांग्रेस नेशनल पार्टी है, यदि उसको मुक्त करने की बात कहते हैं तो इसका मतलब आप देश को एक पार्टी के शासन की तरफ ले जा रहे हो. गहलोत ने आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस का एजेंडा फिक्स है. यह उनके लिए चिंता का विषय नहीं हो सकता है, क्योंकि वह अपनी एजेंडे की ओर आगे बढ़ रहे हैं. लेकिन चिंता देश और प्रदेश को है. प्रधानमंत्री का मौन धारण करना भी बहुत खतरनाक होता है.