नई दिल्लीःसुप्रीम कोर्ट में दिल्ली सरकार की जीत के बाद गुरुवार दोपहर CM अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि अब हम 10 गुना तेजी से काम करेंगे. इस कॉन्फ्रेंस में जब उनसे उपराज्यपाल से मुलाकात के बारे में पूछा गया तो मुस्कुराते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं उनसे आशीर्वाद लेने जा रहा हूं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने निवास से दिल्ली सचिवालय पहुंचे तो उनके मंत्रिमंडल में शामिल कैलाश गहलोत, गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, आतिशी, राजकुमार आनंद सभी ने उनका माला पहनाकर और गुलदस्ते देकर स्वागत किया और बधाई दी.
केंद्र पर साधा निशानाःउन्होंने कहा कि जैसे ही हमारी सरकार बनी प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार से एक आदेश पारित कराया कि दिल्ली में काम करने वाले सभी अधिकारियों के ट्रांसफर और नौकरी से संबंधित सभी फैसले दिल्ली सरकार के पास नहीं रहेंगे. यानी अगर कोई रिश्वत ले रहा है तो हम उन्हें निलंबित भी नहीं कर सकते. इस आदेश का इस्तेमाल करके दिल्ली में कामों को जबरदस्ती रोका गया.
उन्होंने कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट का जो आदेश आया है वो दिल्ली की जनता के सहयोग का नतीजा है. अब हमें दिल्ली के लोगों को रिस्पॉन्सिव प्रशासन देना है. अगले कुछ दिनों में दिल्ली में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल होगा. कुछ अधिकारी ऐसे हैं, जिन्होंने पिछले डेढ़ साल में जनता के काम रोके. ऐसे कर्मचारियों को चिह्नित किया जाएगा और उन्हें अपने कर्मों का फल भुगतना पड़ेगा.
यह भी पढ़ेंः IT Raids Mankind Pharma : मैनकाइंड फार्मा के दिल्ली परिसरों पर आयकर छापेमारी, दो दिन पहले हुई थी लिस्टिंग
8 सालों से कर रहे संघर्षःकेजरीवाल ने कहा कि अभी तक हम लोगों ने स्कूल, अस्पताल को बेहतर बनाने में काम किया है. हम 8 साल से संघर्ष कर रहे हैं. सर्विसेज का अधिकार छीनकर एक तरह से दिल्ली के हर काम को रोका गया था. मुझे हाथ पैर बांधकर तैरने के लिए छोड़ दिया था. लेकिन अब अधिकारियों की नियुक्ति दिल्ली सरकार करेगी. हम काम करना चाहते थे, केंद्र ने काम करने से हमें रोका अब दिल्ली में तेजी से काम होंगे. पहले हमारे पास कोई अधिकार नहीं था. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार अब जिम्मेदारी भी है और हमारे पास सब शक्ति भी.
दिल्ली सचिवालय में मंत्रियों ने CM का किया स्वागत.
पदों का होगा पुनर्गठनः केजरीवाल ने कहा कि कई विभागों में ऐसे पद हैं जो सिर्फ जनता के काम में अड़ंगे लगाने के लिए है. उन सबको पुनर्गठित किया जाएगा या तो उन्हें खाली कर दिया जाएगा या फिर कर्मचारियों अधिकारियों की जगह नई नियुक्ति की जाएगी. इस पर अभी हम विचार करेंगे. पहले हमारे पास किसी के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतें आती थी तो हम कुछ नहीं कर सकते थे. अब हमें कार्रवाई करने का अधिकार होगा. अफसरों के जरिए हर विभाग का गला घोंटा गया. अस्पतालों में दवाइयों खरीदने की फाइल पर मंजूरी नहीं दी गई, मोहल्ला क्लीनिक में डॉक्टरों व कर्मचारियों को वेतन तक के फाइल को दबाकर अधिकारी बैठे रहते थे. पहले जिम्मेदारी थी, लेकिन वह बिना शक्ति की, अब सरकार में शक्ति वापस मिल गई है.