चेन्नई :तमिलनाडु में कांग्रेस विधायक दल के नेता के. सेल्वापेरुंथगई (K Selvaperunthagai) ने कहा कि राज्य में सामाजिक न्याय को मजबूत करने के लिए हिन्दू संत रामानुजाचार्य (Ramanujacharya) से जुड़ने की जरूरत है जो लगभग एक सहस्राब्दी पहले भेदभाव उन्मूलन और समानता के सिद्धांत को बढ़ावा देने वाले प्रणेता थे.
सेल्वापेरुंथगई श्रीपेरुमबदूर गांव के निवासी हैं जहां रामानुजाचार्य का जन्म हुआ था. कांग्रेस नेता ने कहा कि सामाजिक न्याय की अलख जगाने वाले क्रांतिकारी संत की वर्षों तक अनदेखी की जाती रही. उन्होंने कहा, 'अब समय आ गया है जब सामाजिक न्याय और समानता के उनके (संत) के उच्च विचारों का प्रचार-प्रसार किया जाए.'
हिन्दू संत 11-12वीं सदी के आध्यात्मिक प्रणेता थे जिन्हें आज के तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश जैसे क्षेत्रों में उनके समाज सुधार के कार्यों के लिए जाना जाता है.
सेल्वापेरुंथगई ने कहा कि वह 'पुरतचियालर रामानुजर पेरावी' (क्रांतिकारी रामानुजर फोरम) शुरू करेंगे. उन्होंने कहा, 'शुरू किए जाने वाले फोरम को लेकर सभी उत्साहित हैं. हम इससे संबंधित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को आमंत्रित करने जा रहे हैं.'