मुजफ्फरपुर:पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई को भारत के गोपनीय दस्तावेज लीक (Indian secret Documents Leaked To ISI) करके के आरोप में बिहार के मुजफ्फरपुर से एक सरकारी गिरफ्तार किया (Clerk Arrested For Leaking Secerts In Muzaffarpur) गया है. गिरफ्तार सरकारी कर्मचारी कटरा रजिस्ट्री कार्यालय से बतौर लिपिक के पद पर कार्य कर रहा था. भारत की सुरक्षा एजेंसी के निर्देश पर गिरफ्तारी की कार्रवाई की गयी. गिरफ्तारी की पुष्टि मुजफ्फरपुर एसएसपी जयंत कांत ने की है.
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ISI महिला एजेंट ने हनीट्रैप में फंसाया:गिरफ्तार आरोपी को पाकिस्तानी एजेंसी ISI की एक महिला एजेंट ने फेसबुक के जरिए हनीट्रैप में फंसा लिया था. इसके पहले वह अवाडी चेन्नई (रक्षा मंत्रालय) में लिपिक के पद पर कार्यरत था. आरोपी की पहचान मुंगेर जिला के ईस्ट जमालपुर थाना के नया गांव विषहरी के रवि चौरसिया के रूप में की गई है. उसके फोन रिकार्ड, ईमेल और वाट्स चैट को खंगालने के बाद पुलिस को उसकी करतूतों का पता चला. फिलहाल उसे जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है.
केद्रीय जांच की गुप्त सूचना पर गिरफ्तारी:मामले की पुष्टि करते हुए मुजफ्फपुर के एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि केंद्रीय जांच टीम से गोपनीय सूचना मिली थी की आरोपी लिपिक भारत के सरकारी दफ्तरों से जुड़ी खुफिया जानकारी ISI को भेज रहा है. इसी आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया. आरोपी को कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा. जिसके बाद न्यायिक हिरासत में भेजने की कार्रवाई की जाएगी. उसके बाद आरोपी को रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ की जाएगी. जांच एजेंसी टीम को भी अवगत करा दिया गया है.
भारत की खुफिया जांच एजेंसी को सूचना:SSP ने बताया कि आरोपी से अभी तक की पूछताछ में जो भी जानकारी मिली है, उसे भारत की खुफिया जांच एजेंसियों से साझा किया गया है. आगे इसी तरह से समन्वय जारी रहेगा. आरोपी के मोबाइल को जब्त कर सर्विलांस पर रखा जाएगा. रिकार्ड्स भी खंगाले जा रहे हैं, ताकि अधिक से अधिक जानकारी निकाली जा सके.
"मुजफ्फरपुर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति जो रजिस्ट्री कार्यालय में था और पूर्व में आवार्डी आर्डिनेंश फैक्ट्री में कार्यरता था. वहां एडीसी के पोस्ट पर था. वहां से सीक्रेट डक्यूमेंट को इसने पास ऑन (लीक) दूसरी आपत्तिजन जगहों पर किया है. इसी मामले में पुलिस को इंफॉर्मेशन मिली, हमलोगों ने इसको अरेस्ट किया. पूछताछ के क्रम में आगे की जानकारी मिली. इसी आधार पर इसे ऑफिसियल सीक्रेट्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया. अभी तक जो भी जानकारी मिली है, उसे जांच एजेंसियों से शेयर किया जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी"- जयंत कांत, SSP, मुजफ्फरपुर